बिहारशरीफ। नोवेल कोराना वायरस को लेकर डीएम ने वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, थाना प्रभारी एवं अन्य प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को सजग एवं सतर्क रहने का निर्देश दिया है। डीएम योगेंद्र सिंह ने कहा है कि खासकर वैसे लोगों पर विशेष ध्यान रखने की जरूरत है जो विदेशों से लौट कर नालंदा लौटे हो। टूरिस्ट स्पॉट पर भी विशेष ऐहतियात बरतनी है। ऐसे लोगों का पूरा डिटेल्स स्वास्थ्य विभाग के पास होना चाहिए ताकि उन्हें चिह्नित कर उन पर निगरानी रखी जा सके। भारत सरकार ने सैनिटाइजर एवं मास्क को एसेंशियल कमोडिटी एक्ट के तहत आवश्यक वस्तु के रूप में घोषित किया गया है। इसलिए सभी पदाधिकारी मेडिकल प्रतिष्ठान व दुकान की लगातार औचक जांच करते रहें। ताकि इसका भंडारण करके मुनाफाखोरी नहीं की जा सके। डीएम ने किसी भी तरह का संदिग्ध मामला संज्ञान में आने पर त्वरित एक्शन लेने को कहा। साथ ही सभी सीडीपीओ को आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन के संबंध में विभागीय निर्देश का अनुपालन करने को कहा। उन्होंने कहा कि 31 मार्च तक सभी सरकारी, निजी विद्यालय, महाविद्यालय, कोचिग संस्थान को बंद किया गया है। इसका सख्ती से अनुपालन करें। थाना स्तर पर शनिवार को चौकीदारों की परेड कराई गई है। चौकीदारों के माध्यम से गांव-गांव में संदिग्ध मरीजों की सूचना संकलित करें। डीएम ने निजी, धार्मिक, राजनीतिक एवं अन्य सामूहिक कार्यक्रमों के आयोजनों को फिलहाल यथासंभव स्थगित रखने को कहा। लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के तहत सुनवाई में सभी लोक प्राधिकार की अनिवार्य उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। भूमि विवादों के निराकरण के लिए शनिवार को थाना स्तर पर की जाने वाली बैठकों की कार्यवाही प्रतिवेदन को नियमित रूप से ऑनलाइन अपलोड करने को सीओ को कहा गया। बैठक में प्रखंड में अनुपस्थित रहने के कारण सिलाव, बेन, एकंगरसराय एवं हिलसा में पदस्थापित सभी अपर प्रखंड विकास पदाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा गया हैे।
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Posted By: Jagran
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