इलाज के लिए बाहर जाने की अनुमति नहीं मिलने से मुश्किलें बढ़ी

मधेपुरा। कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर जारी लॉकडाउन की स्थिति में लोगों की परेशानी बढ़ी है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने फिर से लॉकडाउन की अवधि बढ़ा दिया है। लॉकडाउन की अवधि बढ़ने से चिकित्सकीय जांच के सिलसिले में जिले से बाहर इलाज के लिए जाने वाले मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इन जरूरी कार्य के लिए बाहर जाने की अनुमति प्रशासनिक स्तर नहीं दी जा रही है। जबकि अनुमंडल क्षेत्र में दो दर्जन से अधिक लोग इलाज के लिए पटना, बेगूसराय,पूर्णिया जाने के लिए वाहन की अनुमति पाने का चक्कर लगा रहे हैं। अनुमंडल मुख्यालय के पटेल चौक पर के पप्पू गुप्ता, भागीपुर के गुड्डू कुमार, बिहारीगंज के पिटू कुमार आदि ने बताया कि स्वजनों को ईलाज के दूसरे जिले के चिकित्सक के पास जाना है। इसमें कई नियमित चेकअप इलाज के लिए लोग बाहर जाते। लेकिन प्रशासनिक अनुमति नहीं मिलने से लोग इलाज के लिए बाहर के जिले नहीं जा पा रहे हैं। इसमें हार्ट, ब्लड प्रेशर, सुगर पीड़ित मरीज शामिल हैं। वहीं अनुमंडल क्षेत्र के दुकानदार समान लाने बाहर नहीं जा पा रहे हैं। जिस दुकानदार के राशन खत्म हो गए। उसे माल लाने के लिए वाहन की अनुमति नहीं मिल रही हैं। बाहर के जिले से समान नहीं आ पाने की स्थिति में राशन के भाव कुछ दुकानदारों ने बढ़ा दिए हैं। दुकानदार कम समान बचे होने की बात कर रहे हैं। दुकानदार यह बता रहे हैं कि मुश्किलें और बढे़गी। वजह कि समान आना बंद हो गया हैं। लोगों ने बताया कि कुछ दिनों पहले तक अनुमंडल स्तर पर अनुमति मिल रही थी। अब अधिकारी कह रहे हैं कि बाहर के जिले जाने की अनुमति नहीं मिलेगी। स्थानीय अधिकारी का कहना है कि दूसरे जिले के लिए डीएम अनुमति देंगे। परेशानी हैं कि यातायात ठप है। ऐसे में इस अनुमंडल क्षेत्र के लोगों को जिला मुख्यालय पहुंच कर अनुमति प्राप्त कर पाना मुश्किल लग रहा है। यहां पर डीएम का वाट्स नंबर भी सार्वजनिक नहीं है। जिस नंबर पर आवेदन भेजकर अनुमति पत्र प्राप्त किया जा सके।

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Posted By: Jagran
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