सरकार की नाकामी के कारण शिक्षकों की नहीं हो रही बहाली

सहरसा। जिले के हाई स्कूलों में रिक्त पदों पर अबतक शिक्षकों की बहाली नहीं हो रही है। राज्य सरकार ने ही हाई स्कूलों में 37000 शिक्षकों की बहाली को लेकर नियुक्तियां निकाली थी। जिसके लिए राज्य सरकार माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 28 जनवरी को ले चुकी है। इसके बाद भी अब तक इसका परिणाम नहीं निकला है। परिणाम नहीं निकलने पर एसटीईटी अभ्यर्थियों का आक्रोश सरकार के प्रति बढ़ता ही जा रहा है। राज्य सरकार ने शुरू में ही हाई स्कूलों के लिए 37 हजार शिक्षकों का पद की रिक्तियां निकाली थी और हाल ही में सरकार द्वारा 33916 अतिरिक्त सीटों को केबिनेट से मंजूरी मिल गयी। ऐसे में शिक्षकों की अब कुल रिक्ति 71 हजार हो गई। हाई स्कूल में सात विषयों के लिए निकाली गयी रिक्तियां को लेकर आयोजित हुई पात्रता परीक्षा का परिणाम चार महीने बाद भी नहीं निकलने से इन अभ्यर्थियों के बीच सरकार के प्रति रोष पनपने लगा है। बिहार टीईटी- सीटीईटी शिक्षक बहाली मोर्चा के जिलाध्यक्ष विनीत कुमार एवं उपाध्यक्ष देवेश रंजन ने रोषपूर्ण स्वर में कहा कि सरकार की नाकामी के कारण ही शिक्षकों की बहाली हाई स्कूलों में नहीं हो पा रही है। राज्य सरकार अपनी उपलब्धि गिनाने के लिए हर पंचायत में हाई स्कूल खोलने की घोषणा कर दी है और आनन फानन में इसी वित्तीय वर्ष से उसे खोलने का निर्देश दिया जा चुका है। लेकिन इन स्कूलों में शिक्षक कहां से आएंगे यह चिन्ता नहीं है। सरकार को चाहिए कि अविलंब शिक्षक पात्रता परीक्षा का परिणाम 71 हजार शिक्षकों की सूची निकालें। जिससे सभी स्कूलों में शिक्षक की बहाली हो सकें। अगर सरकार लॉकडाउन अवधि में परिणाम नहीं निकालती है तो लॉकडाउन के बाद अभ्यर्थियों को सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

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ट्यूटर पर टॉप में रहा मुद्दा
बिहार टीईटी-सीटीईटी शिक्षक बहाली मोर्चा के जिलाध्यक्ष विनीत कुमार एवं उपाध्यक्ष देवेश रंजन ने राज्य सरकार की नाकामियों को लेकर शिक्षक पात्रता परीक्षा का परिणाम निकालने के लिए लॉकडाउन में आन लाइन ट्यूटर पर एक मुहिम चलायी। जिसमें बिहार में माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के रिजल्ट का मुद्दा दिनभर ट्यूटर पर छाया रहा। इस मुहिम को पौने दो लाख से अधिक लोगों का समर्थन मिला। जिससे यह मुद्दा बिहार में लगातार प्रथम व देश में टॉप टेन में रहा। लॉकडाउन में छात्रों ने ट्यूटर के माध्यम से ही सरकार तक अपनी बात पहुंचायी।
Posted By: Jagran
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