नियमित टीकाकरण का कार्य शुरू, नहीं हो सका है लक्ष्य तय

कोरोना के लॉकडाउन के कारण बंद था टीकाकरण का कार्य

योग्य बच्चों व गर्भवती महिलाओं का सत्र स्थल पर टीकाकरण संवाद सहयोगी, लखीसराय : कोरोना वायरस के संक्रमण एवं लॉकडाउन को लेकर बंद टीकाकरण कार्य शुरू हो गया है। शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाव को लेकर चलने वाले नियमित टीकाकरण एवं जच्चा-बच्चा की सुरक्षा को लेकर गर्भवती महिलाओं को बाह्य सत्र स्थल पर बुधवार एवं शुक्रवार को टीकाकरण किया जाएगा। टीका पड़ने वाले बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का लक्ष्य निर्धारित किए बगैर ही बुधवार से जिले के बाह्य सत्र स्थलों स्वास्थ्य उपकेंद्र एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पर नियमित टीकाकरण एवं आरोग्य दिवस मनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। अब प्रत्येक बुधवार एवं शुक्रवार को आंगनबाड़ी केंद्रों एवं स्वास्थ्य उपकेंद्र पर शून्य से दो वर्ष के बच्चों को जरूरत के अनुसार टीका एवं गर्भवती महिलाओं को टिटनस एवं डिप्थेरिया का टीका लगाया जाएगा। इसके अलावा आंगनबाड़ी केंद्रों पर आरोग्य दिवस मनाया जाएगा। इसके तहत संबंधित पोषक क्षेत्र की महिलाओं को आंगनबाड़ी केंद्र पर एकत्रित कर एएनएम, महिला पर्यवेक्षिका एवं सेविका द्वारा उन्हें स्वस्थ रहने एवं साफ-सफाई के प्रति जागरूक किया जाएगा।
जिला संचारी रोग पदाधिकारी ने किया रेफरल अस्पताल का निरीक्षण यह भी पढ़ें
-------------------------------------------------------
शून्य से दो वर्ष के बच्चों को पड़ने वाला टीका व बीमारी से बचाव
----
डेढ़ माह के बच्चों को
----
पेन्टावायलेंट 1 - डिप्थेरिया, टिटनस, कुकुरखांसी, हेपेटाइटिस-बी एवं मस्तिष्क ज्वर से बचाव के लिए।
ओपीभी 1 - पोलियो से बचाव के लिए।
रोटावायरस - डायरिया से बचाव के लिए।
पीसीवी - निमोनिया से बचाव के लिए।
एफआइपीभी - पोलियो से बचाव के लिए।
-----------
ढाई माह के बच्चों को
---------
पेन्टावायलेंट 2 - डिप्थेरिया, टिटनस, कुकुरखांसी, हेपेटाइटिस-बी एवं मस्तिष्क ज्वर से बचाव के लिए।
ओपीभी 2 - पोलियो से बचाव के लिए।
रोटावायरस 2 - डायरिया से बचाव के लिए।
-----------------
साढ़े तीन माह के बच्चों को
------------------
पेन्टावायलेंट 3 - डिप्थेरिया, टिटनस, कुकुरखांसी, हेपेटाइटिस बी एवं मस्तिष्क ज्वर से बचाव के लिए।
रोटावायरस 3 - डायरिया से बचाव के लिए।
ओपीभी 3 - पोलियो से बचाव के लिए।
पीसीवी 2 - निमोनिया से बचाव के लिए।
एफआइपीभी 2 - पोलियो से बचाव के लिए।
---------------
नौ से 11 माह के बीच के बच्चों को
--------------
मिजिल्स रूबेला - चेचक, अंधापन एवं हृदय रोग से बचाव के लिए।
पीसीवी बुस्टर - निमोनिया से बचाव के लिए।
विटामिन-ए की पहली खुराक।
-----------
16 से 24 माह के बीच के बच्चों को
-----------
टीपीटी का पहला बुस्टर - डिप्थेरिया, कुकुरखांसी एवं टिटनस से बचाव के लिए।
जापानी इन्फेसलाइटिस 2 - चमकी बुखार से बचाव के लिए।
ओपीभी बुस्टर - पोलियो से बचाव के लिए।
-----------
कोट
---
लॉकडाउन के कारण बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का सर्वे नहीं किया जा सका है। इस कारण लक्ष्य निर्धारित नहीं हो पाया है। एएनएम, आशा कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी सेविका द्वारा संबंधित पोषक क्षेत्र में घर-घर जाकर टीका पड़ने के उपयुक्त बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को बाह्य सत्र स्थल पर लाकर टीका दिलाया जा रहा है। इसके बाद संख्या की जानकारी मिल जाएगी।
- डॉ. अशोक कुमार भारती, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, लखीसराय
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार