एएनएम का वेतन बकाया रखने के मामले में 14 प्रभारियों पर गिरी गाज

जासं, छपरा : एएनएम का वेतन बकाया रखने के मामले में जिले के 14 प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों तथा 14 लिपिकों के खिलाफ सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने बुधवार को कार्रवाई शुरू कर दी। स्प्ष्टीकरण करते हुए उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों से 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा है। साथ ही प्रभारियों समेत 14 लिपिकों (मेकर -चेकर) के वेतन भुगतान पर भी अगले आदेश तक रोक लगा दी है। कार्रवाई की गाज रिविलगंज, मांझी, एकमा, जलालपुर, गड़खा, दरियापुर, मशरक, मढौरा, सोनपुर, दिघवारा, बनियापुर, तरैया, अमनौर, परसा व छपरा सदर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों एवं लिपिकों पर गिरी है।

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सिविल सर्जन ने बताया कि वर्ष 2019-2020 तथा 2020- 2021 में एएनएम के वेतन भुगतान के लिए राशि उपलब्ध कराई गई है। लेकिन छह माह पहले योगदान करने वाली एएनएम का वेतन भुगतान नहीं किया गया है। इसकी शिकायत विभिन्न प्रखंडों की एएनएम ने की। जांच में पाया गया है कि 14 प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी -सह - निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी ने आवंटन रहने के बावजूद भुगतान लंबित रखा है। इसके लिए उन्हें जिम्मेदार मानते हुए उनके वेतन भुगतान पर रोक लगा दी गयी है। साथ ही वेतन विपत्र तैयार करने वाले लिपिक( मेकर -चेकर) से भी स्पष्टीकरण मांगते हुए उनका वेतन भी रोक दिया गया है। साथ ही पत्र प्राप्ति के तुरंत बाद एएनएम के वेतन भुगतान की दिशा में तत्काल प्रभाव से कार्रवाई का आदेश दिया गया है। स्पष्टीकरण के साथ प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों से संबंधित प्रखंडों के मेकर- चेकर का नाम भी तलब किया गया है।
Posted By: Jagran
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