बिहारशरीफ में पहले ही की तरह 17 मई तक बंद रहेंगी गैरजरूरी दुकानें

जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ: सरकार तथा प्रशासन के अलग-अलग आदेश से लोग दुविधा में है। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि आखिर ऑरेंज जोन में दुकानें खुलेगी या फिर लॉकडाउन वन की तरह ही आवश्यक वस्तुओं तथा दवा की दुकानें छोड़ सारी दुकानें बंद रहेगी। बुधवार को सरकार ने नए नियम के अनुसार कई प्रकार की दुकानें खोलने का आदेश दिया। सरकार के आदेश के बाद गुरुवार की सुबह शहर में ताबड़तोड़ दुकानें खुलने लगीं। सूचना मिलते ही एसडीओ तथा विभिन्न थाना प्रभारियों की गाड़ियां शहर में घूमने लगी। दुकानें बंद कराई गई तथा प्रशासन के आदेश की अवहेलना करने वालो के खिलाफ सख्ती भी बरती गई।


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कंटेन्मेंट जोन में नहीं खुलेगी दुकानें
मालूम हो बिहारशरीफ प्रखंड में तीन कंटेन्मेंट जोन है। शेखाना, सकुनत तथा खासगंज। इन कंटेन्मेंट जोन के 3 किलोमीटर के दायरे को बफर जोन में रखा गया है। इस तीन किलोमीटर के दायरे में राशन तथा दवा की दुकानें छोड़कर अन्य दुकानों को खोलने की अनुमति बिल्कुल नहीं है। इस आशय की सूचना एसडीओ ने दी। इस प्रकार बिहारशरीफ में लॉकडाउन वन की तरह ही स्थिति होगी।
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बिहारशरीफ छोड़ अन्य 19 प्रखंडों में खुलेंगी दुकानें
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वहीं बिहारशरीफ को छोड़ अन्य 19 प्रखंड अस्थावां, बिद, सरमेरा, रहुई, हरनौत, चंडी, नगरनौसा, नूरसराय, थरथरी, करायपरसुराय, हिलसा, एकंगरसराय, इस्लामपुर, परबलपुर, वेन, सिलाव, राजगीर, गिरियक व कतरीसराय तथा बिहारशरीफ के ग्रामीण इलाके में कुछ दुकानों को निश्चित दिन को खोलने की अनुमति दी गई है। हालांकि प्रशासन ने अब तक दुकान खुलने का दिन निर्धारित नहीं किया है। दुकानें खुलने का दिन व समय संबंधित क्षेत्र के एसडीओ तय करेंगे।
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19 प्रखंडों में खुलने वाली दुकानें
- पंखा, कूलर, एयर कंडीशन की दुकानें
- मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर, यूपीएस, बैट्री की दुकानें
- ऑटोमोबाईल्स, टायर, टयूब्स की दुकानें
- मोटर वाहन, मोटर साइकिल तथा स्कूटर मरम्मत की दुकानें तथा गैरेज
- सीमेंट, बालू, ईंट, गिट्टी छड़, सैनिटरी, पेंट, शटरिग की दुकानें
- ऑटोमोबाइल स्पेयर की दुकानें
- प्रदूषण जांच केन्द्र
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घर में बच्चों को एकत्रित कर पढ़ाना भी है बिल्कुल गलत
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कोरोना को मात देने का सबसे अच्छा उपाय फिजिकल डिस्टेंसिग है। इसे गांठ बांध लेना होगा। इसी में ही सब की भलाई है। सरकार ने भी स्पष्ट कर दिया है कि जान है तो जहान है। बावजूद कुछ लोग मानने को तैयार नहीं। करीब 45 दिनों से मार्केट सहित शहर के तमाम शैक्षणिक प्रतिष्ठान बंद हैं। ऐसे में कई शिक्षकों ने अपने घर पर ही बच्चों को एकत्रित कर पढ़ाना शुरू कर दिया है। जो खतरनाक सबित हो सकता है। लोगों को समझना होगा कि जिदगी से बढ़कर कुछ भी नहीं। सरकार ने बच्चों तथा बुर्जगों को घर से निकलने की अनुमति नहीं दी है। ऐसे में घर में बुलाकर बच्चों को पढ़ाना या बाहर के शिक्षकों को घर में बुलाकर बच्चों को पढ़ाना भी बिल्कुल गलत है।
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एसडीओ ने कहा- सुविधा से ज्यादा लोगों की सुरक्षा महत्वपूर्ण
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बिहारशरीफ एसडीओ जर्नादन अग्रवाल ने कहा कि कंटेन्मेंट जोन के तीन किलोमीटर की परिधि में लॉकडाउन वन की तरह ही केवल आवश्यक चीजों की दुकानें खुलेंगी। पूरे बिहारशरीफ का दायरा भी करीब 3 किलोमीटर है। ऐसे में बिहारशरीफ में राशन, दवा तथा सब्जी व फल की दुकानें छोड़कर अन्य दुकानें किसी भी कीमत में नहीं खुलेंगी। सुविधा से ज्यादा लोगों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है।

Posted By: Jagran
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