बाजार खुलने से दूर हो रही खामोशी, टूट रहा सड़कों का सन्नाटा

पूर्णिया। आवश्यक सेवाओं के संचालन में छूट के आदेश का प्रभाव बाजार एवं सड़कों पर दिखने लगा है। बाजार पहुंच रहे लोगों की भीड़ से जहां खामोशी दूर हो रही है, वहीं सड़कों का सन्नाटा भी टूट रहा है। लोगों की पैदल आवाजाही के साथ-साथ सड़कों पर निजी वाहनें भी जरूरी के हिसाब से चल रही है। पिछले दो दिनों से पूíणया रेलवे स्टेशन पर विशेष ट्रेनों के आने से शहर में लोगों के साथ-साथ वाहनों की चहल-पहल बढ़ी है। विभिन्न प्रदेशों में फंसे प्रवासी कामगार एवं छात्रों की भी अपने घर वापसी हो रही है। दूसरे जिलों के रेलवे स्टशनों पर पहुंचे पूíणया के लोगों को यहां लाया जा रहा है। वहीं ट्रेन से पूíणया पहुंचे दूसरे जिले के यात्री भी अपने-अपने जिलों को जा रहे हैं। इस तरह के आवागम से लॉकडाउन में सड़कों पर पसरा सन्नाटा भी टूट रहा है।बाजार में ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिक, मोबाइल, निर्माण सामग्री, पुस्तक, सैलून, स्पा की दुकानें खुल रही है। वहीं आवश्यक सेवाओं में शामिल दवा, मिल्क पार्लर, किराना आदि की दुकानें पहले से ही खुलती आ रही है। घरेलू गैस एवं पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति लॉकडाउन में भी निर्बाध रूप से होती रही। बैंक भी आनी सेवाएं दी रही है। सब्जी बाजार भी खुले स्थानों पर संचालित हो रहा है। अब यदि कुछ बंद है तो वह ज्वेलरी, बर्तन, कपड़ा, मॉल आदि की दुकानें। इन्हें सरकार के दिशा-निर्देशों का इंतजार है। हालांकि पार्क, सिनेमा घर, होटल, रेस्टोरेंट आदि भी आवश्यक छूट से बाहर है। हालांकि इतनी सी छूट से भी लोग काफी राहत महसूस कर रहे हैं। आवश्यक सेवाओं के अतिरिक्त उन्हें अपनी जरूरत के सामान मिलने लगे हैं। 25 मार्च से जारी लॉकडाउन की अवधि में पहली बार इतनी छूट मिलने से व्यावसायी के साथ-साथ आम लोग भी खासे उत्साही हैं। ये अलग बात है कि बाजार एवं सड़कों पर अचानक भीड़ बढ़ने से लोग कोरोना संक्रमण के मामले में तेजी आने की आशंकाओं से भी संशकित हैं। लेकिन कोरोना संकट के बीच सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करके ही हम इस पर विजय भी प्राप्त कर सकते हैं।

घर के बाहर से बाइक चोरी यह भी पढ़ें
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार