विपत्र जमा नहीं करना बीईओ को पड़ा महंगा, मांगा गया स्पष्टीकरण

जागरण संवाददाता, सुपौल: प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के उदासीन रवैया के कारण हड़ताल से वापस लौटे शिक्षकों के माह फरवरी 2020 का वेतन भुगतान संभव नहीं हो पा रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना ने ऐसे सभी बीईओ से स्पष्टीकरण की मांग करते हुए 24 घंटे के अंदर हड़ताली शिक्षकों की अनुपस्थिति विवरणी समर्पित करने को कहा है। जारी अपने आदेश में डीपीओ ने कहा है कि हड़ताल से वापस आने वाले शिक्षकों का योगदान फलस्वरुप उनके माह फरवरी 2020 का कार्य अवधि, शिक्षकों का वेतन भुगतान, विपत्र, रसीद ,आयकर अनुसूची के साथ निर्धारित अवधि तक जमा करने का निर्देश दिया गया था परंतु निर्देश के बावजूद भी विपत्र जमा नहीं किया गया। जो उनकी कार्यकुशलता पर प्रश्न खड़ा करता है। जारी आदेश में डीपीओ ने आगे कहा है कि नियोजित शिक्षकों की अनुपस्थिति विवरणी अप्रैल 25 तक बीआरसी कार्यालय राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा कार्यालय में प्रधानाध्यापक के द्वारा जमा कराने हेतु निर्देश पूर्व में दिया गया था। बावजूद विपत्र का जमा नहीं कराना मनमाने रवैया को दर्शाता है। ऐसे में सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण के साथ हड़ताल से वापस लौटे शिक्षकों को माह फरवरी 2020 का कार्य अवधि का विपत्र जमा करने को कहा है। अन्यथा प्रपत्र क गठित करने का भी अल्टीमेटम दिया गया है।

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Posted By: Jagran
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