कर्मचारी कार्यालय खोलकर करते रहे इंतजार, नहीं आए प्राचार्य व विभागाध्यक्ष

आरा। वीर कुंवर सिंह विश्व विद्यालय प्रशासन के आदेश के बावजूद मंगलवार को विभिन्न कॉलेज के प्राचार्य और स्नातकोत्तर विभाग के अधिकांश प्रमुख नहीं पहुंचे। इसके कारण लॉकडाउन के 49वां दिन भी विभिन्न कॉलेज और अधिकांश स्नातकोत्तर विभाग में सन्नाटा पसरा रहा। जबकि सभी विभागों में आउट सोर्सिंग कर्मचारी समय से कार्यालय पहुंच गये थे। अपने-अपने कार्यालयों की साफ-सफाई किए थे, लेकिन दुर्भाग्यवश जिनके लिए सफाई की गई, वे ही नहीं आये। कॉलेज में पहुंचने वाले में एचडी जैन कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. शैलेन्द्र कुमार ओझा का नाम बताया गया है। उसी तरह पीजी विभाग में अर्थशास्त्र विभाग के प्रो सत्य नारायण सिंह, जंतु विज्ञान के डॉ. अनिल कुमार सिन्हा, भोजपुरी विभाग के डॉ. दिवाकर पांडेय और वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष प्रो गौरी शंकर प्रधान को विभाग में उपस्थित होने की जानकारी दी गई। वहीं कंप्यूटर सेंटर में डॉ. अमरेन्द्र नारायण भारत को देखा गया। अन्य किसी विभागाध्यक्ष को नहीं देखा गया। हालांकि इसमें कई शिक्षक आरा में ही रहते हैं। फिरभी कार्यालय जाने की जहमत उठना सही नहीं समझे। जानकार सूत्रों ने बताया कि जो शिक्षक और प्राचार्य पटना से आते हैं। वे लॉकडाउन के कारण मुख्यालय नहीं पहुंच पाये। ऐसे शिक्षकों की संख्या करीब 80 फीसदी बतायी जाती है। बता दें कि कुलसचिव कर्नल श्यामानंद झा ने विवि के अंगीभूत 17 कॉलेज के स्नातकोत्तर विभागाध्यक्षों को कार्यालय खोलने का आदेश निर्गत 10 मई को निर्गत किया था। विवि प्रशासन ने बिहार सरकार शिक्षा विभाग के विशेष सचिव के आदेश के आलोक में यह पत्र जारी किया था। कार्यालय खोलकर लंबित कार्यों का निष्पादन करने का निर्देश दिया गया था। कहा गया था कि विश्वविद्यालय के सभी पदाधिकारी, स्नातकोत्तर विभागों के विभागाध्यक्ष एवं अंगिभूत कॉलेजों के प्राचार्य अपने कार्यालय में उपस्थित रहेंगे। सभी अपने अधीनस्थ कार्यरत कर्मचारियों को कार्य पर बुला सकते हैं। आनेजाने से बचने के लिए कर्मचारियों के रहने की व्यवस्था भी करने का कहा गया है। दूसरी ओर मुख्य कार्यालय में कुलानुशासक, लोक सूचना पदाधिकारी और कॉलेज इंस्पेक्टर विज्ञान भी नहीं पहुंचे थे। जबकि कुलपति प्रो देवी प्रसाद तिवारी, कुलसचिव कर्नल एसएन झा, छात्र कल्याण अध्यक्ष डॉ. केके सिंह के अलावा अन्य अधिकारी पहुंचे थे। कार्यालय खोलने के पीछे विभिन्न प्राचार्य और पीजी विभाग से से शुल्क एकरूपता से सम्बन्धित जानकारी मांगी जानी है। साथ ही उपयोगिता प्रमाण भी मांगा गया है। इसमें सत्र 2019-20 विद्यार्थियों से लिए पैसे का खर्च का विवरण उपलब्ध कराने को कहा गया है।


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क्वारंटाइन सेंटर बनने से संक्रमण का बना है खतरा
कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के लिए विवि के चार कॉलेजों को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। जिसके कारण उस संस्थान के कर्मचारी और प्रधानों को मनौवैज्ञानिक डर सताने लगा है। इसके बावजूद एचडी जैन कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शैलेन्द्र कुमार ओझा एवं कई कर्मचारी कार्यालय उपस्थित हुए। प्राचार्य प्रो ओझा ने बताया कि कर्मचारी क्वारंटाइन सेंटर बनाए जाने से भयभीत है। इधर महराजा कॉलेज, जेजे कॉलेज, महिला कॉलेज को भी कवारेंटाइन सेंटर बनाया गया है। कायदे से जिस संस्थान को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है उसको सैनिटाइज करने के बाद ही खोला जा सकता है।
Posted By: Jagran
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