शादी में शामिल होने के बाद लॉकडाउन में फंसे 17 रिश्तेदार

आरा। कोरोना को लेकर अचानक जारी लॉक डाउन से सभी लोग परेशान हैं। कई लोग अपने घरों से दूर फंसे हैं। इसी तरह एक मामला स्थानीय नवादा मुहल्ला का है। 18 मार्च को शादी में बाहर से आए विभिन्न शहरों के लोग फंस गए हैं। आर्थिक संकट से जूझ रहे ये लोग अपने घरों को जाने के लिए परेशान हैं। लेकिन प्राइवेट गाड़ी से जाने में अधिक खर्च आने के कारण ये लोग नहीं जा पा रहे हैं। जिस परिवार में शादी थी, उस परिवार की भी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। जिसके कारण सभी लोग परेशान हैं।

स्थानीय नवादा निवासी समसुद्दीन के लड़के अहसान दानिश उर्फ गुड्डू की शादी 18 मार्च को थी। इसमें स्थानीय रिश्तेदारों के अलावा टाटा से 12, गाजियाबाद से तीन और सूरत से दो मेहमान आएं। शादी व वलीमा (बहू भोज) के बाद स्थानीय रिश्तेदार तो चले गए, लेकिन बाहर से आए रिश्तेदार अपने-अपने घर जाने ही वाले थे कि इस बीच लॉक डाउन हो गया। सभी लोग फंस गए। इस बीच रमजान शुरू है। चंद दिनों में ईद का त्योहार है। सभी लोग अपने-अपने घर जाना चाह रहे हैं। लेकिन मेजबान व मेहमान की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं रहने के कारण प्राइवेट गाड़ी से जाने में सक्षम नहीं हैं। मेजबान व मेहमान ने डीएम से भेजने की गुहार लगा चुके हैं। कहा गया कि जिला प्रशासन के पास ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। हां जाने का पास हम निर्गत कर देंगे। मेजबान ने जब प्राइवेट गाड़ी से मेहमानों को भेजने की बात की तो पता चला कि एक छोटी गाड़ी में अधिकतम तीन लोग जा सकते हैं और इसका भाड़ा 15 हजार होगा। आर्थिक तंगी के कारण इतना अधिक रुपया खर्च करने की स्थिति में न तो मेजबान हैं और न हीं मेहमान। अब ये यही मना रहे हैं कि जल्द से जल्द लॉक डाउन समाप्त हो और गाड़ियां चले, ताकि इनकी समस्या का समाधान हो सके।
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Posted By: Jagran
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