स्नातक अधिकार मंच के संयोजक की पहल पर सीकर से लौट आए 4 फौजियों के बच्चे लाल

बिहारशरीफ : गुरुवार को स्नातक अधिकार मंच के संयोजक सह जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दिलीप कुमार ने राजस्थान के सीकर जिले में लॉक डाउन में फंसे 4 छात्रों को राजस्थान सरकार की मदद से नालंदा लाकर उन्हें सम्मान दिया। बताते चलें कि 10 मई को दैनिक जागरण ने राजस्थान के सीकर में फंसे चार छात्र की मां-पिता का बुरा हाल शीर्षक से छपी खबर को फोटो के साथ प्रकाशित किया गया था। इसके बाद दिलीप कुमार ने इस मामले को संज्ञान में लिया और राजस्थान की सरकार व वहां के जिलाधिकारी से छात्रों की वापसी की गुहार लगाई। सीकर में फंसे छात्रों में नालंदा के 2 जिनके पिताजी फौजी हैं। साथ ही जहानाबाद जिला के 1 छात्र एवं गया जिला के 1 छात्र इन दोनों के पिता भी फौजी हैं जिन बच्चों का नाम क्रमश: रचित राज, आर्यन राज ,आदित्य राज एवं आयुष राज है। यह चारों बच्चे राजस्थान के सीकर शहर में न्यू सीकर एकेडमी में रहकर पढ़ाई कर रहे थे। लॉक डाउन की स्थिति उत्पन्न होने के बाद वहां के प्राचार्य के द्वारा इन बच्चों के गार्जियन को सूचित किया गया कि यहां से सारे बच्चे अपने अपने घरों को जा चुके हैं सिर्फ यही चार बच्चे जो बिहार के हैं। यह बराबर रोते रहते हैं एवं अपने घर जाने के लिए परेशान रहते हैं तब उनके गार्जियन ने नालंदा जिला प्रशासन से संपर्क स्थापित कर इन बच्चों को लाने के लिए पास निर्गत करने के लिए आरजू मिन्नत की। दस 15 दिनों के भागदौड़ के बाद भी जब इनका पास निर्गत नहीं हो पाया तो मजबूरी में यह लोग अखबार की शरण में गए नालंदा जिले के बिहार शरीफ के ही रहने वाले लोजपा के पदाधिकारी अरशद जी जो क्रिकेट क्लब चलाते हैं उनके द्वारा मुझे सूचना मिली तो मैं उनके परिवार के सदस्य से संपर्क स्थापित कर उ न्हें बिहारशरीफ बुलाकर जिला पदाधिकारी से संपर्क स्थापित करने की कोशिश की। डीएम ने फोन तो नहीं उठाया लेकिन उसके बाद सूचना मिली कि आप कलेक्टेरिएट आकर एडीएम साहब से संपर्क स्थापित करें उन्हीं के द्वारा  ऑफ लाइन एवं ऑनलाइन पास दी जाती है।  तब  मैं वहां उनके परिवार के साथ जाकर एडीएम साहब से संपर्क स्थापित किया। साथ ही उन्हें बताया कि इन लोगों ने अपने बच्चों को लाने के लिए ऑनलाइन पास  का फार्म भरा है। लेकिन संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने के कारण मैंने सीकर के कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रताप सिंह जाट जी से संपर्क स्थापित कर उन्हें वस्तुस्थिति की जानकारी दी। उन्होंने सीकर के ही विधायक राजेंद्र पारीक का संपर्क नंबर दिया। राजेंद्र पारीक से बात होने के बाद उन्होंने बच्चे लोगों का सारा डिटेल मंगवाया एवं आश्वासन दिया। राजस्थान सरकार से संपर्क स्थापित कर एवं जिला प्रशासन नालंदा से संपर्क स्थापित कर वहीं से पास  का व्यवस्था करवाया। साथ ही सीकर के जिलाधिकारी यज्ञ मित्र सिंह देव द्वारा सरकारी गाड़ी इनोवा उपलब्ध करवाकर रास्ते भर के खाने का व्यवस्था एवं नाश्ते का व्यवस्था के साथ मास्क एवं सैनिटाइजर के साथ तथा वहां पूरी जांच प्रक्रिया करने के बाद उन बच्चों को 13 मई को वहां से रवाना कर दिए 14 मई को यह चारों बच्चे स्नातक अधिकार मंच के कार्यालय रामचंद्रपुर बिहारशरीफ में आए, जिन्हें स्नातक अधिकार मंच के संयोजक सह जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष दिलीप कुमार के द्वारा मिठाई मास्क सैनिटाइजर साबुन एवं अंग वस्त्र प्रदान कर उन्हें उनके परिवार के साथ अपने अपने घरों के लिए प्रस्थान कराए। रचित राज की माता बबीता सिंह ने बताया कि मैं हार्ट की  मरीज हूं इसके साथ साथ एक फौजी की पत्नी भी हूं मैं 10 दिनों तक पास के लिए चक्कर लगाती रही लेकिन न्याय नहीं मिला। इस बात के लिए जब जिला अध्यक्ष कांग्रेस के दिलीप जी को जानकारी दी। उन्हीं के पहल पर हमसभी अपने बच्चों को यहां लाने में सफल हुए। दिलीप ने सीकर के कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह जाट एवं वहां के विधायक राजेंद्र पारीक जी का शुक्रिया अदा किया है।

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Posted By: Jagran
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