विम्स में सैंपल देकर आ गया था गांव, मिला कोरोना संक्रमित

जिले के वारिसलीगंज प्रखंड का एक और प्रवासी कोरोना संक्रमित मिला है। उसे गुरुवार की रात गांव से लाकर सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। बताया जाता है कि संक्रमित प्रवासी सूरत में काम करता था। दो दिन पहले गांव लौटा। इसके बाद उसने पावापुरी मेडिकल कॉलेज, नालंदा (विम्स) में जाकर अपना सैंपल दिया। सैंपल देने के बाद वह अपने गांव वापस लौट गया। विम्स में पदस्थापित अपनी नर्स पत्नी की मदद से उसने अपना पता नालंदा जिला का गिरियक लिखवा दिया था। गुरुवार की रात जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद संक्रमित युवक की तलाश शुरू हुई तो पता चला कि वह नवादा जिले के वारिसलीगंज प्रखंड के एक गांव का रहने वाला है। यह जानकारी सामने आते ही हड़कंप मच गया। जिसके बाद संक्रमित युवक को उसके वारिसलीगंज प्रखंड स्थित गांव से सदर अस्पताल नवादा लाया गया।

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डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार ने बताया कि युवक को सदर अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। इधर, इस सूचना के बाद गांव में दहशत व्याप्त हो गया। लोग इसे संक्रमित युवक और उसकी पत्नी के साथ ही विम्स प्रबंधन की लापरवाही मान रहे हैं। लोगों का कहना है कि जब युवक का विम्स में सैंपल लिया गया था। उसे वहीं क्वारंटाइन करना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया और युवक घर चला आया। एक और जानकारी के अनुसार, संक्रमित युवक शेखपुरा जिला के एक युवक के साथ लौटा था। दोनों रिश्ते में ममेरा-फुफेरा भाई हैं। शेखपुरा का वह युवक भी संक्रमित मिला है और उसने भी विम्स में गलत पता लिखवाया था। बहरहाल, कहा जा रहा है कि नालंदा के डीएम ने इस मसले पर विम्स के अधीक्षक से स्पष्टीकरण की मांग की है। गांव पहुंच जा रहे प्रवासी, नहीं दिया जा रहा ध्यान
- दूसरे प्रदेशों से वापस लौटने वाले कई प्रवासी सीधे अपने गांव-घर पहुंच जा रहे हैं। वारिसलीगंज के मकनपुर, मसूदा, हिसुआ के महमदपुर, करमचक, रजौली के धमनी पंचायत, नरहट के करमा समेत जिले के विभिन्न प्रखंडों के कई गांवों में काफी संख्या में प्रवासियों के वापस लौटने की सूचना मिल रही है, लेकिन इन्हें प्रखंड क्वारंटाइन सेंटर नहीं भेजा जा रहा है। नाम न छापने की शर्त पर कुछ ग्रामीणों ने यह भी बताया कि अधिकारियों को प्रवासियों के लौटने की सूचना भी दी गई, लेकिन उनसे जवाब मिल रहा है कि आइटीआइ से निबंधन कराकर आने वालों को ही प्रखंड क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा। ऐसे में वापस लौटने वाले कई प्रवासी सीधे घर पहुंच रहे हैं। इससे ग्रामीणों में दहशत देखा जा रहा है।
Posted By: Jagran
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