चोरी-छिपे गांवों में आ रहे प्रवासी, ग्रामीणों में दहशत

लॉकडाउन के बाद कैमूर जिले के कई लोग दूसरे प्रदेशों में फंसे हुए थे। लेकिन तीसरी बार लॉकडाउन की अवधि बढ़ने पर प्रवासियों के सामने काफी समस्याएं उत्पन्न हो गई और वे लोग अपने अपने घर के लिए विभिन्न साधनों से चल दिए। वैसे सरकार द्वारा ट्रेन या बस के माध्यम से उनके गृह जिले भेजने की व्यवस्था की गई। लेकिन कई प्रवासी चोरी-छिपे गांवों में पहुंच जा रहे हैं। इसके चलते ग्रामीणों में काफी दहशत कायम है। कई गांव के लोगों ने बताया कि उनके गांव में कई लोग दूसरे प्रदेशों से आकर घूम रहे हैं। इसकी सूचना मुखिया को दी जा रही है तो उनके स्तर से मेडिकल टीम को सूचना देकर बाहर से आए हुए लोगों की थर्मल स्क्रीनिग कराई जा रही है। लेकिन उन्हें क्वारंटाइन नहीं किया जा रहा। स्क्रीनिग कराने के बाद उन्हें घर जाने के लिए छोड़ दिया जा रहा है। वे गांव में घूम रहे हैं। आवश्यक कार्य से घर से बाहर निकलने पर बाहर से आए लोगों के संपर्क में आने का डर बना हुआ है। वहीं मुखिया लोगों का कहना है कि अब किसी को प्रखंड मुख्यालय में ही क्वारंटाइन करना है। जो ग्रामीण चोरी-छिपे आ रहे हैं उनकी स्क्रीनिग कराकर उन्हें घर भेज दिया जा रहा है। उन्हें स्कूल में क्वारंटाइन रखने का आदेश प्राप्त नहीं है। ग्रामीणों की मानें तो अब तक मुखिया के स्तर से किसी को मास्क व साबुन नहीं दिया गया है। वहीं इनलोगों का कहना है कि इसका आदेश कुछ दिन पहले ही प्राप्त हुआ है। इसकी व्यवस्था की जा रही है। एक-दो दिन में सभी गांवों में मास्क व साबुन का वितरण होगा।

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Posted By: Jagran
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