अब तक रूपौली से मिले हैं सबसे अधिक संक्रमित मरीज

पूर्णिया। जिले में शनिवार को 15 नए मरीज मिलने के साथ ही संक्रमित मरीजों की संख्या 26 हो गई है। उनमें सबसे अधिक मरीज रूपौली से हैं। हालांकि रूपौली से मिलने वाली सभी संक्रमित क्वारंटाइन कैंप में ही हैं इसलिए उससे सोशल संक्रमण का खतरा नहीं के बराबर है। जिलाधिकारी राहुल कुमार का कहना है कि जिले के 26 संक्रमितों में सिर्फ दो सोसायटी से संबंधित हैं जबकि शेष पहले से क्वारंटाइन कैंप में हैं। इसलिए यहां कोरोना वायरस का सोशल स्प्रेड नहीं हुआ है। यही वजह है कि यहां सिर्फ दो कंटेनमेंट जोन एक नगर निगम क्षेत्र रामबाग और दूसरा जलालगढ़ प्रखंड के सरसौनी पंचायत है। बताया कि सभी पॉजिटिव मरीजों को आइसोलेशन में रखा गया है। साथ ही रश टीम द्वारा लगातार स्क्रीनिग का काम किया जा रहा है। नए मरीज में एक-एक बनमनखी और भवानीपुर से

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शनिवार को आए सेंपल जांच की रिपोर्ट में जो 15 नए पॉजिटिव केस मिले हैं उनमें दो बनमनखी और भवानीपुर प्रखंड से है जबिक शेष 13 रूपौली से हैं। डीएम के अनुसार रूपौली के 13 में 11 का संबंध आजादपुर मंडी दिल्ली से आए मजदूरों से भरी ट्रक से है। ट्रक से 52 मजदूर सहित 55 लोग आए थे जिन्हें पूíणया प्रशासन ने पकड़ा था। उस पर सवार सभी लोगों को प्रशासन ने रूपौली में क्वारंटाइन कर दिया था। जब उनका सेंपल टेस्ट कराया गया तो उनमें अभी तक 20 लोग संक्रमित पाए गए हैं। आज रूपौली के ही दो और नए संक्रमित मजदूर मिले हैं जिनका संबंध आजादपुर मंडी से आए ट्रक से संबंधित नहीं है।वहीं एक भवानीपुर स्थित कैंप के मजदूर भी संक्रमित पाए गए हैं। ये श्रमिक ट्रेन से अजमेर शरीफ से आए थे।उसका सेंपल 14 मई को लिया गया था जिसकी रिपोर्ट शनिवार को पॉजिटिव आई। वहीं बनमनखी का संक्रमित भी ट्रेन से ही आया था। उसका सेंपल भी 14 को ही लिया गया था।
जिले में अब तक हैं दौ कंटेनमेंट जोन
शनिवार तक कुल 26 संक्रमित पाए गए हैं जिनमें सिर्फ दो ही क्वारंटाइन कैंप से बाहर के हैं। एक पूíणया पूर्व प्रखंड स्थित रामबाग मोहल्ला है। यहां सबसे पहले एक फल व्यवसायी संक्रमित पाया गया था। वह दिल्ली से लौटा था। उसके बाद से उस मोहल्ले को कंटेनमेंट जोन में रखा गया है। दूसरा पॉजिटिव केस जलालगढ़ प्रखंड के सरसौनी गांव से था। वह मथुरा से सीधे गांव आ गया था। ग्रामीणों की सूचना पर जब प्रशासन ने उसकी जांच कराई तो वह पॉजिटिव पाया गया। उस गांव को भी अभी तक कंटेनमेंट जोन में रखा गया है। उसके बाद शेष मरीज क्वारंटाइन कैंप से हैं।
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कल से लागू होने वाला है लॉकडाउन-4
वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया है। शुरू में 24 मार्च को एक पखवारे के लिए इसे लागू किया गया था लेकिन संक्रमण के खतरे को देखते हुए लगातार तीसरी बार बढ़ा कर इसे 17 मई तक कर दिया गया है। लेकिन लॉकडाउन-3 में सरकार ने मरीजों की संख्या मिलने की रफ्तार और जोखिम को देखते हुए सूबे में जिलों को रेड और ऑरेंज जोन में शामिल किया जिसमें पूíणया को ऑरेंज जोन में रखा गया। लॉकडाउन-3 तीन मई को लागू किया गया था, उस समय पूíणया में सिर्फ एक कोरोना संक्रमित मरीज थे। इसलिए लॉकडाउन-3 के समय पूíणया को ऑरेंज जोन में रखा गया था और तय मानक के अनुसार यहां लॉकडाउन से लोगों को कई छूट दी गई। कुछ शर्तों के साथ वाहनों के परिचालन से लेकर कई दुकानें तक खोलने की अनुमति दी गई। लेकिन अब जबकि 18 मई से लॉकडाउन-4 लागू होने वाली है तो यहां मरीजों की संख्या बढ़ गई है।
Posted By: Jagran
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