बाढ़ की आशंका के मद्देनजर तैयारी शुरू

जासं, छपरा: गंगा, सरयू तथा गंडक नदियों से घिरे सारण जिले में बाढ़ की आशंका के मद्देनजर जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। इसको लेकर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने सभी अधिकारियों को निर्देश जारी किया है। उन्होंने 20 मई के पहले स्थिति की रिपोर्ट तलब की है।

डीएम के निर्देश में कहा गया है कि इस वर्ष सभी प्रखंडों में हेलीपैड बनाया जाएगा ताकि आवश्यकता पड़ने पर राहत-बचाव के कार्य किए जा सकें। डीएम ने सभी तटबंधों, सड़कों तथा कटाव स्थल, शरण स्थली, खराब पड़े स्लुइस गेट, नहर बांध की सुरक्षा, पुल-पुलिया की सुरक्षा को लेकर आवश्यक तैयारी का निर्देश दिया है। इसके साथ ही पेयजल आपूर्ति, पशुओं के लिए चारा, दवा भंडारण, मानव जीवन रक्षक दवाओं की आपूर्ति समेत कई अन्य बिदुओं पर रिपोर्ट तलब की है। सभी अंचल पदाधिकारियों को नाविकों से एकरारनामा करने को कहा गया है। वैसे स्थानों को चिह्नित करने को कहा गया है, जहां बाढ़ की आशंका है। उस इलाके का नजरी नक्शा भी तैयार करने का निर्देश दिया गया है। पीएसएमएस पोर्टल पर आंकड़ों का अद्यतन मिलान कर त्रुटि निराकरण को कहा गया है। यह कार्य 30 मई तक पूरा कर लेना है। जनरेटर सेट, पेट्रोमैक्स, महाजाल, टेंट, सीमेंट की खाली बोरियों के आपूर्तिकर्ताओं की सूची तैयार करने तथा भाड़ा निर्धारण करने का निर्देश अनुमंडल पदाधिकारियों को डीएम ने दिया है।
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सिविल सर्जन को सभी सरकारी अस्पतालों में सर्पदंश, एंटी रेबीज, क्लोरीन व हैलोजन टेबलेट, ओआरएस, ब्लीचिग पाउडर समेत सभी जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता तथा भंडारण सुनिश्चित करने को कहा गया है। जिला पशुपालन पदाधिकारी को पशु शिविर के लिए स्थल चयन करने, दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा चिकित्सकों एवं कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति का प्रतिवेदन तैयार करने का निर्देश दिया गया है। जिला आपूर्ति पदाधिकारी तथा राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक से सभी गोदामों में खाद्यान्न के भंडारण की अद्यतन स्थिति की रिपोर्ट मांगी गई है। डीएम ने राहत सामग्री चना, चूड़ा, मीठा, पॉलिथीन, टेंट की व्यवस्था करने के लिए टेंडर निकाले जाने का आदेश दिया है। जिला कृषि पदाधिकारी को सभी प्रखंडों की आकस्मिक फसल योजना तथा वैकल्पिक फसल योजना बनाने को कहा गया है। साथ ही कम्युनिकेशन प्लान को बेहतर बनाने के लिए अंचल एवं प्रखंड में पदस्थापित क्षेत्रीय कर्मचारियों, पदाधिकारियों की सूची मोबाइल नंबर के साथ तैयार करने का निर्देश दिया गया है। इनसेट करें
कब कब कहां कहां आई है बाढ़
- वर्ष 2001 में रिविलगंज, लहलादपुर, बनियापुर, दरियापुर, परसा, मकेर, इसुआपुर, तरैया, पानापुर, मशरक।

- वर्ष 2002 - अमनौर, इसुआपुर, तरैया, पानापुर मढौरा, मशरक
- वर्ष 2003- रिविलगंज, छपरा सदर, मांझी, दिघवारा, दरियापुर, सोनपुर, जलालपुर, गरखा
- वर्ष 2008 सोनपुर, दरियापुर, दिघवारा, सदर छपरा, रिविलगंज, मांझी, गरखा
- वर्ष 2011 छपरा सदर, रिविलगंज, गरखा, दरियापुर, दिघवारा, सोनपुर
- वर्ष 2013 रिविलगंज, जलालपुर, मांझी, दिघवारा, सोनपुर, दरियापुर, छपरा सदर
- वर्ष 2016 छपरा सदर, रिविलगंज, दिघवारा ,दरियापुर, सोनपुर
- वर्ष 2017 पानापुर , मशरक, तरैया अमनौर, मढौरा, मकेर।
Posted By: Jagran
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