अलविदा जुमा व ईद के मौके पर मस्जिदों को खोलने की मांग

औरंगाबाद। शहर के बुद्धिजीवी अल्पसंख्यक कमिटी के सदस्य मो. शाहनवाज रहमान उर्फ सल्लू खान के द्वारा एक आवेदन पत्र एसपी दीपक वरनवाल, नगर थानाध्यक्ष रविभूषण को सौंपा है। ईद उल फितर व अलविदा जुमा की नमाज के लिए मस्जिदों को खोल दी जाए, क्योंकि अलविदा जुमा और ईद उल फितर की नमाज साल में एक बार ही अदा की जाती है यह इस्लाम धर्म में बहुत ही अफजल नमाज मानी जाती है। कहा कि जिसे बूढ़े, बच्चे एवं जवानों में एक खुशी का माहौल अलविदा जुम्मा और ईद उल फितर की नमाज पढ़ने की होती है कितु लॉकडाउन को देखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा मस्जिदों में पा आदमी से ज्यादे नहीं नमाज अदा करने का आदेश दिया था।


कमिटी ने गुजारिश की गई है कि आम नमाजियों के लिए मस्जिदों को खोल कर नमाज पढ़ने की अनुमति दी जाए। जिला प्रशासन को अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने आवेदन पत्र के माध्यम से यह बताया कि अलविदा जुमा की नमाज 22 मई को दोपहर के 12 से 2 के बीच अदा की जाती है एवं 24 मई को ईद उल फितर की नमाज सुबह 6 बजे से 10 के बीच अदा की जाती है यह समय अलग-अलग मस्जिदों में अलग-अलग समय पर अदा की जाती है। कुल नमाज अदा करने में तकरीबन 10 मिनट का समय लगता है। इस मौके पर इरशाद अहमद उर्फ रेणु खान, मो. आरिफ, मो. जावेद, मो. सद्दाम, मो. कौसर, मो. एहसान, बब्लू खान, मिनहाज खान, मो. अजीम, मो. इरफाम, मो. जवान, मो. तस्लीम, मो. वसुद्दीन खान सहित उपस्थित रहे। आवेदन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक को भी दिया गया है। इन लोगों से भी इस मामले में पहल करने की मांग की गई है।
Posted By: Jagran
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