अब जिले में त्रिस्तरीय क्वारंटाइन कैंप का होगा संचालन

-प्रखंड के बाद अब पंचायत एवं ग्राम स्तरीय क्वारंटाइन कैंप भी बनेंगे

-पंचायत स्तरीय कर्मी बनेंगे पंचायत स्तरीय कैंप के प्रभारी
-ग्राम स्तरीय कैंप के प्रभारी होंगे विद्यालय के प्रधानाध्यापक
-कैंपों के व्यवस्था का अनुश्रवण एवं सहयोग करेंगे जनप्रतिनिधि जागरण संवाददाता, सुपौल: जिले में बड़ी संख्या में ट्रेन, बस एवं अन्य माध्यमों से प्रवासी मजदूर आने के कारण राज्य सरकार ने त्रिस्तरीय क्वारंटाइन कैंप का संचालन करने का आदेश जिलाधिकारी को दिया है। स्वास्थ विभाग के द्वारा विभिन्न राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूरों को तीन वर्गों में वर्गीकृत करने एवं उसके अनुसार क्वारंटाइन कैंप के प्रस्ताव को राज्य सरकार ने स्वीकार कर लिया है। आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ने कोरोना वायरस संक्रमण के परिपेक्ष में लागू वर्तमान लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों से वापस आने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए त्रिस्तरीय क्वारंटाइन यथा प्रखंड स्तरीय, पंचायत स्तरीय एवं ग्राम स्तरीय कैंप के संचालन करने का आदेश जारी किया है। अब अलग-अलग राज्य से आए प्रवससी मजदूर अलग-अलग क्वारंटाइन कैंप में आवासित करेंगे। बिहार सरकार आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ने 18 मई 2020 को जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के क्वारंटाइन कैंप के संचालन में दिशा-निर्देश जारी किया है। पत्र में कहा गया है कि कोरेना वायरस के बढ़ते संक्रमण के आलोक में देशभर में लागू लॉकडाउन के कारण अन्य राज्यों से वापस लौट रहे बिहार के प्रवासी मजदूर एवं अन्य लोगों के लिए उनके निवास के प्रखंड मुख्यालय में प्रखंड क्वारंटाइन कैंप का संचालन किया जा रहा है। वर्तमान में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों के आने के कारण स्वास्थ्य विभाग के प्रस्ताव के आलोक में त्रिस्तरीय क्वारंटाइन कैंप यानि प्रखंड स्तरीय, पंचायत स्तरीय व ग्राम स्तरीय में प्रवासी मजदूरों को आवासित किया जाएगा।
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प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन कैंप
दिल्ली, मुंबई, पुणे, सूरत, अहमदाबाद, कोलकाता के प्रवासी मजदूर प्रखंड स्तरीय कैंप में 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रखा जाएगा।
पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन कैंप

महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, हरियाणा राज्य से आ रहे प्रवासी मजदूरों को 14 दिनों तक पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन कैंप में रखा जाएगा। पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन कैंप हेतु पंचायत अवस्थित उच्च विद्यालय अथवा कोई बड़ा मध्य विद्यालय का चयन किया जा सकता है। पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन कैंप का प्रभारी किसी पंचायत स्तरीय कर्मी यानि पंचायत सेवक, राजस्व कर्मचारी, पंचायत रोजगार सेवक, इंदिरा आवास सहायक, कृषि समन्वयक, पंचायत तकनीकी सहायक मनरेगा एवं पंचायत राज, लेखापाल आइटी सहायक एवं पंचायत कार्यपालक सहायक को बनाया जाएगा। इनके सहयोग हेतु पंचायत स्तर के अन्य कर्मी की प्रतिनियुक्ति की जाएगी।
ग्राम स्तरीय क्वारंटाइन कैंप
प्रखंड स्तरीय एवं पंचायत स्तरीय कैंप में अंकित राज्यों को छोड़ कर शेष राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूरों को 14 दिनों तक ग्राम स्तरीय क्वारंटाइन कैंप में रखा जाएगा। ग्राम स्तरीय कैंप हेतु राजस्व ग्राम में अवस्थित मध्य विद्यालय क्वारंटाइन कैंप का प्रभारी संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक को बनाया जाएगा।
पंचायत प्रतिनिधि की भूमिका
संबंधित ग्राम पंचायत के मुखिया, सरपंच, वार्ड सदस्य, पंच, जन जागरूकता एवं आपसी सामंजस्य से यह सुनिश्चित करेंगे कि पंचायत स्तरीय एवं ग्राम स्तरीय कैंप से क्वारंटाइन अवधि में कोई प्रवासी बाहर नहीं जाए। पंचायत प्रतिनिधि द्वारा कैंपों के संचालन एवं व्यवस्था का निरंतर अनुश्रवण किया जाएगा एवं कैंप के प्रभारी को सहयोग प्रदान किया जाएगा।
Posted By: Jagran
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