पैदल आने वालों की रफ्तार थमी, अब बसों से चेकपोस्ट पहुंच रहे प्रवासी

गोपालगंज : चौथे चरण के लॉक डाउन के बीच प्रवासी कामगारों का बलथरी चेक पोस्ट पर पहुंचना जारी है। हालांकि पैदल चलकर चेक पोस्ट पर पहुंचने से प्रवासी कामगारों को राहत मिली है। प्रवासी बसों, ट्रकों और अन्य छोटी गाड़ियों से बलथरी चेक पोस्ट या सीधे जलालपुर रेलवे स्टेशन पहुंच रहे हैं। बड़ी संख्या में प्रवासी उत्तर प्रदेश परिवहन की बसों से बिहार लाए जा रहे हैं। निजी वाहनों से से भी प्रवासियों का पहुंचना जारी है। अधिकांश प्रवासी कामगारों को जिला प्रशासन ट्रेनों से उनके जिलों तक पहुंचा रहा है। जिन जिलों में ट्रेन की सुविधा नहीं है, उन जिलों के प्रवासियों को बसों से उनके जिले में भेजा जा रहा है। बलथरी चेकपोस्ट तथा जलालपुर स्टेशन के पीछे लगे शिविर में प्रवासी कामगारों के स्क्रीनिग और रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की गई है। दोनों ही जगह स्वास्थ्य विभाग की टीम प्रवासियों का स्क्रीनिग कर रही है। स्क्रीनिग के बाद उन्हें ट्रेन या बस से उनके जिलों को भेजा जा रहा है। प्रवासियों को ट्रेन टिकट और बस के लिए रजिस्ट्रेशन करने के बाद भोजन का पैकेट और पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।

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दो बसों से बीकानेर से कुचायकोट पहुंचे प्रवासी
कुचायकोट(गोपालगंज) : दो लाख रुपये में बस रिजर्व कर राजस्थान के बीकानेर से प्रवासी कामगार कुचायकोट पहुंचे। कुचायकोट पहुंचने के बाद सभी प्रवासी कामगारों को पंचायतों के क्वारंटाइन सेंटरो में भेज दिया गया। बस से कुचायकोट पहुंचे ढेबवा गांव निवासी अमित पटेल, साबिर अंसारी, राजन पटेल आदि का कहना था कि वे सभी राजस्थान के बीकानेर में एक फैक्ट्री में काम करते थे। लॉक डाउन के चलते फैक्ट्री में काम बंद हो गई। लगभग डेढ़ महीने तक वे लोग फैक्ट्री चलने का इंतजार करते रहे। पर, जब कोई उम्मीद नहीं दिखी तो एक ट्रैवल एजेंट के माध्यम से एक बस बुक किया गया। प्रति व्यक्ति पांच हजार के हिसाब से चालीस लोगों के लिए दो लाख में बस बुक हुआ। बस से सभी लोग कुचायकोट पहुंचे।
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7418 प्रवासियों को चेकपोस्ट से भेजा गया उनके गृहजिला
कुचायकोट(गोपालगंज) : जिला प्रशासन ने विभिन्न प्रदेशों से बलथरी चेक पोस्ट और जलालपुर स्टेशन पर पहुंचे 7418 प्रवासी कामगारों को उनके जिलों तक पहुंचाया। इन प्रवासियों को जिला प्रशासन की तरफ से डिब्बाबंद भोजन और पानी का बोतल भी उपलब्ध कराया गया। डीटीओ प्रमोद कुमार ने बताया कि गुरुवार की शाम तक चार ट्रेनें विभिन्न जिलों के लिए रवाना हो चुकी थी। जिससे 4880 प्रवासियों को भेजा गया । मधुबनी जाने वाली ट्रेन के देर शाम खुली। जिला प्रशासन ने 60 बसों से 2538 प्रवासियों को विभिन्न जिलों में भेजा। डीटीओ ने बताया कि सभी प्रवासियों को ट्रेन का टिकट, खाने का पैकेट और पानी का बोतल भी उपलब्ध कराया गया। ट्रेन और बस से भेजने से पहले सभी प्रवासियों के स्क्रीनिग की गई और उनका नाम पता दर्ज कर डाटाबेस तैयार किया गया।
Posted By: Jagran
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