साइकिल से 1100 किमी दूरी तय कर पहुंचा युवक

साइकिल से 1100 किलोमीटर का सफर तय कर वापस लौटा युवक क्वारंटाइन में खुद को सुरक्षित और अपनों के बीच होने से सकुन महसूस कर रहा है। मेसकौर प्रखंड के मेसकौर निवासी कैलाश यादव का पुत्र आशीष कुमार विशाखापत्तनम साइकिल से बुधवार को प्रखंड में पहुंचा और जांच के बाद प्रखंड क्वारंटाइन सेंटर गया। उन्होंने आपबीती सुनाते हुए कहा कि लॉकडाउन की घोषणा होने पर वह विशाखापत्तनम में फंस गया था। आशीष वहा एक निजी कंपनी में काम करता था। कुछ दिनों तक तो किसी तरह गुजारा किया। जब पैसे कि कमी होने लगा तो उसने कंपनी के मैनेजर एवं मालिक को फोन लगाया तो किसी ने नहीं उठाया। जिले के विभिन्न प्रखंड के 12 की जत्था में लोग साइकिल से 10 मई को वहां से घर वापसी के लिए निकले। दस दिनों की यात्रा के बाद बुधवार को मेसकौर पहुंचा। रास्ते में राज्य सरकार एवं एनएच किनारे गांव के लोगों द्वारा प्रवासी मजदूरों के लिए खाने-पीने व ठहरने की व्यवस्था की गई थी। एक राज्य से दूसरे राज्य की सीमा पर जाच के बाद ही आगे की सफर के लिए जाने की अनुमति मिलती थी। उसने कहा कि क्वारंटाइन सेंटर में आकर मुझे काफी खुशी हुई। यहां से 14 दिनों के बाद घर जाकर काफी खुशी होगी। वैसे भी गाव में ही क्वारंटाइन सेंटर होने से घर के परिवार वालों से भेंट हो ही जाया करता है। उसने कहा कि 11 सौ किलोमीटर की यात्रा जीवन की सबसे यादगार लम्हों में से एक होगा।


Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार