Bihar board 10th Result 2020:बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) यानी बिहार बोर्ड द्वारा 10वीं का रिजल्ट अगले तीन चार दिन में जारी किया जाएगा। बिहार बोर्ड मैट्रिक (10th) जारी होने के बाद छात्रों का ध्यान अब अपने जीवन के सबसे अहम फैसले पर होगा। 10वीं में पास होने बाद छात्र उस मोड़ पर होते हैं जब उन्हें अपने भविष्य के लिए अहम फैसला करना होता है। 11वीं कक्षा में चुनी गई स्ट्रीम की उनके करियर की दिशा और दशा तय करती है कि वे किस ओर जाएंगे।
10वीं कक्षा के रिजल्ट के बाद बहुत से पैरेंट्स भी परेशान होते हैं कि वे अपने बच्चे को 11वीं कौन से सब्जेक्स/स्ट्रीम दिलाएं जिससे कि उनके बेटे/बेटियां अपने जीवन में सर्वश्रेष्ठ कर सकें। यहा फैसला कि सबस के लिए काफी कठिन होता है। लेकिन यहां हम कुछ टिप्स दे रहे हैं जिनके जरिए आप को 11वीं स्ट्रीम चुनने में कुछ मदद मिल सकती है।
(बिहार बोर्ड 10वीं का रिजल्ट जारी होने के बाद छात्र अपना रिजल्ट livehindustan.com के 'बोर्ड रिजल्ट' पर देख सकेंगे।)
10वीं की स्ट्रीम भी महत्वपूर्ण- वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में 9वीं से छात्रों को कोई न कोई स्ट्रीम चुननी होती है ऐसे में 11वीं में काफी हद तक छात्र वहीं स्ट्रीम चुनते हैं जो 10वीं में उनके पास रहती है। जैसे साइंट स्ट्रीम का छात्र साइंस लेता और आर्ट्स स्ट्रीम के छात्र 11वीं में आर्ट्स में एडमिशन लेते हैं। कई स्कूलों में भी ऐसे नियम होते हैं कि उनके शिक्षक छात्रों को रिकमंड करते हैँ कि उनका एडमिशन किस स्ट्रीम दिया जाना चाहिए। ऐसे में पैरेंट्स और छात्र अपने क्लास टीचर से स्ट्रीम चुनने में मदद ले सकते हैं।
10वीं रिजल्ट का परसेंटेज तय करेंगे स्ट्रीम छात्र को 11वीं कक्षा में स्ट्रीम चुनने में काफी हद तक उनके रिजल्ट का परसेंटेज भी तय करता है कि उनके लिए कौन सी स्ट्रीम उचित होगी। जैसे कि 10वीं साइंस के स्टूडेंट के अंक मैथ और इंग्लिश में बहुत अच्छे नहीं आते तो वह 11वीं आर्ट्स भी चुन सकता है। लेकिन फिर भी आपको यह ध्यान रखना होगा कि यदि छात्र मौजूदा स्ट्रीम यानी 10वीं साइंस का छात्र मैथ्स, साइंस और इंग्लिश में बहुत अच्छे अंक (60% से ज्यादा) अंक लाता है तो ही उसके लिए आगे साइंस स्ट्रीम जारी रखना बेतर होगा।
छात्रों की रुचि को ध्यान में रखकर चुनें स्ट्रीम- पैरेंट्स को अपने बच्चे को स्ट्रीम चुनने में मदद करने इस बात का भी ख्याल रखना चाहिए कि उनके बच्चे की रुचि किन चीजों में ज्यादा ले रहा है और उससे जुड़े विषयों में उसका प्रदर्शन कैसा है। इस बात को ध्यान रखकर फैसला कर सकते हैं। इसके साथ ही छात्र और पैरेंट्स अपने समय और परिस्थिति के हिसाब से आगे का फैसला कर सकते हैं। कोई भी मन में संदेश हो तो करियर काउंसलर या किसी अनुभवी शिक्षक की सलाह जरूर लें।
स्ट्रीम्स और उनसे जुड़े करियर क्षेत्र-
साइंस स्ट्रीम में करियर- जिसे इंजीनियरिंग, आईटी, कम्प्यूटर साइंस, डिफेंस अधिकारी, मैनेजमेंट आदि क्षेत्रों में करियर बनाना हो तो उन्हें साइंस की पीसीएम (फिजिक्स, कैमिस्ट्री और मैथ्स) स्ट्रीम चुननी चाहिए। साथ ही जिन्हें डॉक्टर बनना है या मेडिकल फील्ड में जाना है उनके लिए साइंस पीसीबी ((फिजिक्स, कैमिस्ट्री और बायोलॉजी) चुनना जरूरी है।
कॉमर्स स्ट्रीम में करियर- जिन्हें बैंकिंग, कंपनी सेक्रेटरी, सीए, इनकम टैक्स और वित्तीय क्षेत्र में करियर बनाना है उनके लिए कॉमर्स लेना बेहतर होगा।
आर्ट्स स्ट्रीम में करियर- जिन्हें सोशल वर्क, एजुकेशन, साहित्य, मनोविज्ञान आदि के क्षेत्र में करियर बनाना है उन्हें 11वीं में आर्ट्स स्ट्रीम चुनना चाहिए।
नोट- किसी भी स्ट्रीम का छात्र आगे चलकर सिविल सर्विसेज की तैयारी कर सकता है। यानी सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए स्ट्रीम बाधक नहीं है।
For Hindustan : हिन्दुस्तान ई-समाचार पत्र के लिए क्लिक करें epaper.livehindustan.com