टीकाकरण कार्यक्रम को दी जा रही रफ्तार

पूर्णिया। कोविड 19 से जंग के दौरान अब स्वास्थ्य विभाग अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रम को रफ्तार देने जुट गया है। मार्च में लॉकडाउन के बाद से बड़ी संख्या में बच्चों का टीकाकरण लंबित रहा। अब जिला प्रतिरक्षण विभाग इसे गति देने में जुटा है। छह मई से नियमित टीकाकरण अभियान को दोबारा निचले स्तर तक प्रारंभ किया गया है।

इस संबंध में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. सुभाष पासवान कहा कि 60 से 70 फीसद बच्चों और गर्भवती माताओं का कवरेज कर लिया गया है। लॉकडाउन के दौरान 90 फीसद से अधिक बच्चों का टीकाकरण कार्य लंबित रहा था। कोरोना महामारी से निपटने के लिए बड़ी संख्या में आशा कार्यकर्ता और एएनएम को लगाया गया है। इस कारण से टीकाकरण कार्यक्रम काफी पिछड़ रहा था। अभी स्टाफ की कमी के बावजूद पंचायत दर पंचायत छूटे बच्चों का कवरेज किया जा रहा है। कोरोना महामारी को लेकर घर-घर सर्वे का कार्य में आशा कार्यकर्ता जुटी है। इस कारण पूर्व तय कार्यक्रम के मुताबिक सेंटर पर बच्चों को लाने में दिक्कत हो रही है। अबतक 60 फीसद से अधिक विभाग ने छूटे हुए बच्चों का कवरेज कर लिया गया है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. सुभाष पासवान का कहना है कि कई ब्लॉक जहां पहले से ही कम टीकाकरण था वहां मिशन इंद्रधनुष अभियान के अंतर्गत सभी चारण को पूर्ण किया गया था। उस ब्लॉक में भी फोकस किया जा रहा है। उन ब्लॉक बैसा, बायसी, अमौर, डगरूआ, बनमनखी और धमदाहा ऐसे प्रखंड हैं जहां फोकस किया जा रहा है। कोट के लिए -
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कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन लगा था। इस कारण से बच्चों का नियमित टीकाकरण कुछ समय के लिए बाधित रहा। इस माह के 6 तारीख से दोबारा कार्यक्रम को रफ्तार दी गई है। अबतक 60 फीसद से अधिक बैकलॉक का कवरेज हासिल हो चुका है। आशा कार्यकर्ता व एएनएम के कोरोना महामारी से निपटने में लगे रहने के कारण स्टाफ की भी दिक्कत आ रही है।
डॉ. सुभाष चंद्र पासवान,
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी
Posted By: Jagran
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