बिहार: गया में अवैध खनन रोकने गए वाहन पर चढ़ाया हाइवा, सैप जवान सहित चार की मौत

गया, जेएनएन। गया से पंचानपुर जाने वाली सड़क पर गुरुवार रात को गिट्टी लदे हाइवा ने खनन विभाग की गश्ती टीम के साथ चल रहे इस्कॉर्ट वाहन को रौंद दिया। हादसे में वाहन चालक के अलावा सैप के एक और होमगार्ड के दो जवानों की मौत हो गई। अधिकारियों के मुताबिक, खनन विभाग की टीम दो गाडिय़ोंं से बालू-गिट्टी के अवैध कारोबार की सूचना पर कार्रवाई के लिए निकली थी। इसी दौरान यह घटना हुई।

जानकारी के अनुसार, खनन विभाग के अधिकारियों के साथ चल रहे इस्कॉर्ट वाहन ने कोसमा पहाड़ी के पास ट्रक का पीछा किया। फिर एक हाइवा दिखा। टीम उसे रोकने की कोशिश में जुटी। पंचानपुर-गया मुख्य मार्ग पर राजपुर गांव के समीप गिट्टी लदे हाइवा को एस्कॉर्ट वाहन ने ओवरटेक किया। हाइवा चालक ने वाहन नहीं रोका और पीछे से इस्कॉर्ट वाहन के ऊपर अपनी गाड़ी चढ़ा दी। फिर इस्कॉर्ट वाहन को तकरीबन 60 मीटर तक घसीटते ले गया। हाइवा में इस्कॉर्ट की गाड़ी फंस गई थी और वह सड़क किनारे पलट गया, लेकिन चालक भाग निकला। ट्रक लेकर उसका चालक पहले ही निकल चुका था।
टूट गई हैं जवानों की राइफलें
हादसे की सूचना पर एसएसपी राजीव मिश्रा अपने अधीनस्थों के साथ मौके पर पहुंचे। हाइवा के नीचे दबे एस्कॉर्ट वाहन को जेसीबी की मदद से निकाला गया। तब तक चार की मौत हो चुकी थी। जवानों के पास रही दो रेग्युलर और एक इंसास राइफल टूट गई हैं।
हादसा या हत्या की साजिश
हाइवा गायत्री कंस्ट्रक्शन का है, जिस पर ग्रामीण कार्य विभाग भोजपुर प्रमंडल द्वारा निर्गत पास चस्पा है। उस पर कार्यपालक अभियंता के हस्ताक्षर हैं। वह पास 20 अप्रैल से तीन मई तक के लिए ही मान्य था। पंचानपुर ओपी अध्यक्ष विभूति भूषण ने बताया कि जांच की जा रही है। प्रारंभिक तौर पर यह जानबूझकर की गई दुर्घटना लग रही, लेकिन अन्य सभी आशंकाओं पर भी जांच की जा रही। खनन विभाग के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। हाइवा चालक की तलाश जारी है। उससे कुछ जानकारी मिल सकती है।
मुआवजा और आश्रित को नौकरी
सैप जवान विनोद कुमार शर्मा वैशाली जिला में सराय थाना क्षेत्र के निवासी थे। होमगार्ड के जवान दशरथ यादव गया जिला में डोभी और भोला यादव चंदौती के रहने वाले थे। चालक चंदन कुमार का घर गया शहर में मेडिकल थाना क्षेत्र में पड़ता है। पुलिस लाइन में आखिरी सलामी देने के बाद सैप और होमगार्ड के जवानों के शव उनके स्वजनों को सौंप दिए गए। होमगार्ड के आश्रितों को चार लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। उनकी विधवाओं को कल्याण कोष से दो साल तक प्रति माह दो हजार रुपये की पेंशन दी जाएगी। इसके अलावा एक आश्रित को होमगार्ड में नौकरी मिलेगी। होमगार्ड के डीआइजी पंकज सिन्हा ने इसकी जानकारी दी।

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