एक पखवाड़े में ट्रेनों से छपरा पहुंचे 40 हजार से अधिक प्रवासी

ग्राफिक्स अपेक्षित :

- 35 ट्रेनें अभी तक पहुंच चुकी है छपरा
- 12 ट्रेनें गुजरात के विभिन्न शहरों से पहुंचे
- 30 हजार से अधिक प्रवासी हो रहे क्वारंटाइन
- 60 बसों से प्रखंड तक पहुंचाने की व्यवस्था
जागरण संवाददाता, छपरा : देश के अनेक राज्यों से अभी तक 40 हजार से अधिक प्रवासी कामगार विभिन्न ट्रेनों से छपरा पहुंचे हैं। पिछले एक पखवाड़े के दौरान 35 ट्रेनें यहां पहुची है, जिससे प्रवासी श्रमिक बिहार आए। इनमें सबसे ज्यादा 12 ट्रेनें गुजरात के सूरत, राजकोट, भुज, अहमदाबाद, भरूच, वीरंगम आदि शहरों से आई है। जिले में फिलहाल 30 हजार से अधिक प्रवासी अलग-अलग क्वरंटाइन सेंटरों में रखे जा रहे हैं। वहीं करीब सात हजार लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है।

सूत्रों के अनुसार विभिन्न राज्यों से लगातार आ रहे प्रवासियों में गुजरात से आने वाले की संख्या अधिक है। सरकार इन्हें प्रखंडों के क्वरंटाइन सेंटरों में रखने का निर्देश दिया है। लोगों की अधिकता से जिला प्रशासन के सामने सभी को सुविधाजनक स्थिति में रख पाना एक चुनौती है. हालांकि जिले में कुल 650 क्वरंटाइन कैंप की व्यवस्था है। इनमें करीब 50 हजार लोगों को आवासित करने की क्षमता है। सेंटरों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है। प्रखंड स्तरीय कैंपों में महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली जैसे राज्यों से आने वाले प्रवासियों को रखे जा रहे हैं। जबकि तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश, पंजाब, हरियाणा आदि राज्यों से पहुंचने वाले को पंचायत स्तरीय कैंपों में रखना है। अन्य राज्यों से आ रहे लोगों को उनके गांव के विद्यालयों में आवासित कराया जा रहा है। इन सेंटरों में फिलहाल 30 हजार से अधिक लोग रह रहे हैं। वहीं 14 दिन की अवधि पूरा कर लेने वाले करीब 2000 प्रवासियों को छुट्टी भी मिल चुकी है।
हाल के दिनों में दिल्ली, गाजियाबाद, नोयडा, गुडगांव, दादरी, मुंबई, रायगढ़ पनवेल, कोल्हापुर, मोहाली, जालंधर, पटियाला, पानीपत, अलवर आदि शहरों से भी बड़ी संख्या में प्रवासी यहां पहुंचे हैं। इनमें कईयो में कोरोना संक्रमण पाजिटिव पाया गया है। इससे प्रशासन की परेशानी बढ़ी हुई है। दूसरी ओर अनेक जगहों पर क्वरंटाइन लोगों की संख्या में लगातार वृद्धि पर उनके सुविधाओं की भी समस्या उत्पन्न हो रही है। सभी को कपड़ा, बर्तन, दरी, मच्छरदानी और दैनिक उपयोग की सामग्रियां उपलब्ध कराना है। वहीं उनके खाते में 1000 रुपये भी डाले जा रहे हैं।
विभिन्न शहरों से छपरा पहुंचे प्रवासी :
7 मई- 1211
8 मई - 1250
9 मई - 1206
11 मई - 1206
12 मई - 1200
13 मई - 1843
15 मई - 1352
16 मई - 472
17 मई - 2590
18 मई - 1775
19 मई - 3000
20 मई - 2805
21 मई - 1932
22 मई - 9980
Posted By: Jagran
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