अमेरिका तक पहुंची ज्योति के संघ'र्ष की कहानी, इवांका ट्रम्प ने जमकर की तारीफ

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस देश-दुनिया में जमकर कहर बरपा रही है। कोरोना को नियंत्रित करनें के लिए भारत में 31 मई तक लॉकडाउन लगा हुआ है। इस दौरान मजदूर/कामगार शहरों से अपनें गाँवों की ओर पलायन कर रहे हैं। कुछ बस, ट्रेन से जा रहे हैं तो कुछ पैदल ही अपनें गांवों की तरफ प्रस्थान कर चुके हैं।

इन्हीं सब में से एक हैं ज्योति जो अपनें घायल पिता को साइकिल पर बिठाकर 7 दिनों में 1200 किलोमीटर का सफर तय कर डाली। 15 वर्षीय ज्योति के संघर्ष की कहानी अमेरिका तक पहुँच चुकी है। यही वजह है की अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प की बेटी इवांका ट्रम्प भी ज्योति की तारीफ करनें से अपनें आप को नहीं रोक पाई।
इवांका ट्रम्प ने ट्वीट कर कहा, 15 साल की ज्योति कुमारी अपनें घायल पिता को साइकिल से 7 दिनों में 1200 किलोमीटर की दूरी तय करके गाँव ले गई। यह भारतीयों की शहनशीलता और प्रेम का परिचायक है।
15 yr old Jyoti Kumari, carried her wounded father to their home village on the back of her bicycle covering +1,200 km over 7 days.
This beautiful feat of endurance & love has captured the imagination of the Indian people and the cycling federation! https://t.co/uOgXkHzBPz
— Ivanka Trump (@IvankaTrump) May 22, 2020
बता दें कि - 15 वर्ष की ज्योति कुमारी के पिता मोहन पासवान किसी हादसें में जख्मी हो गए थे। हरियाणा के गुरुग्राम में रहते थे। लेकिन लॉकडाउन के कारण काम-धंधा बंद हो जानें से उन्हें दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा था। लेकिन वो इतने समर्थ नहीं थे की अपनें गाँव जा सके।
लॉकडाउन में पिता की हालत देखकर ज्योति परेशान हो गई और एक दिन साइकिल उठाई पिता को बैठाकर निकल दी अपनीं गांव की तरफ। अपनें पिता को बैठाकर ज्योति ने गुरुग्राम से 10 मई को चलना शुरू किया और 16 मई को अपनें घर दरभंगा ( बिहार ) पहुँच गई। इस दौरान कुछ परेशानियां भी आई लेकिन ज्योति का रास्ता नहीं रोक सकी। 15 साल की ज्योति के इस संघर्ष को जमकर सराहा जा रहा है।

अन्य समाचार