इंजीनियरिंग छात्र धर्मेंद्र की हत्या मामले में तीन प्राथमिकी, जानिए पूरा मामला

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। सकरा थाना रघुनाथपुर दोनमा गांव में बुधवार को दो पक्षों की हिंसक झड़प में समस्तीपुर के मुफ्फसिल थाना के दूधपुरा निवासी इंजीनियरिंग छात्र धर्मेंद्र की हत्या के मामले में अबतक तीन प्राथमिकी दर्ज की गई। पहली प्राथमिकी धर्मेंद्र के बहनोई के भाई उमेश गुप्ता ने दर्ज कराई थी। इसमें 15 नामजद आरोपित बनाए गए थे। इनपर धर्मेंद्र की पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप लगाया गया था। पुलिस ने इसमें से पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तार किए जाने वालों में चौकीदार राजू राय भी शामिल है।

दूसरी प्राथमिकी दारोगा ललन कुमार ने दर्ज कराई है। दारोगा व अन्य पुलिस कर्मी ग्रामीणों के हमले में घायल हो गए थे। दारोगा के बयान पर आधा दर्जन नामजद व लगभग 150 अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। इनमें गोपाल साह, विनय साह, राजू कुमार, रूपेश कुमार, ब्रजेश कुमार व सन्नी कुमार शामिल हैं। इनपर ईंट पत्थर और लाठी-डंडा से हमला करने का आरोप है।
तीसरी प्राथमिकी गांव की महिला सुशीला देवी ने दर्ज कराई है। इसमें घर मे घुसकर छेडख़ानी करने और दुष्कर्म करने के प्रयास करने का आरोप लगाया गया है। इसका विरोध करने मारपीट कर लूटपाट करने का भी आरोप है। प्राथमिकी में उमेश गुप्ता, प्रवेश साह, नीतीन कुमार, धीरज कुमार, पंकज कुमार, किरण साह, सोनू साह, किशोरी साह, छबिला साह, बमबम साह समेत 36 लोगों को नामजद व 10 अज्ञात को भी आरोपित बनाया गया है।
ग्रामीणों को मिला एक खोखा
बुधवार को हिंसक झड़प के दौरान दोनों पक्षों की ओर से फायरिंग किए जाने आरोप लगाए गए थे। हालांकि पुलिस को उस समय घटनास्थल के निकट से खोखा नहीं मिला था। शुक्रवार को कुछ ग्रामीणों ने दावा किया कि उसे एक खोखा मिला है। उसे पुलिस को सौंपा जाएगा। गांव में भारी तनाव है। गिरफ्तारी के भय से अधिकतर पुरुष दूसरे स्थानों पर छुपे हुए हैं। पुलिस बल गांव में तैनात है। सकरा थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि रघुनाथपुर दोनमां कांड को लेकर अलग-अलग तीन मामले दर्ज किए गए हैं। गांव की स्थिति शांतिपूर्ण है और पुलिस गश्त जारी है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है।

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