महाराष्ट्र: कोरोना की चपेट में सैकड़ों जवान, सरकार से कितनी मदद?

कोरोना वायरस के चलते देशभर के लोग घरों से काम कर रहे हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी वॉरियर्स हैं, जो अपनी जान दांव पर लगाकर लोगों की सेवा कर रहे हैं. महाराष्ट्र पुलिस और दिल्ली पुलिस के जवान भी दिन रात ऐसे ही फ्रंटलाइन में रहकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. महाराष्ट्र में कुल 1666 जवान संक्रमित हो चुके हैं और 18 पुलिसकर्मियों की इस खतरनाक वायरस से मौत हो चुकी है. इस सबके बावजूद महाराष्ट्र पुलिस के हौसले बुलंद हैं. लेकिन ऐसे में सवाल है कि सरकार इन वॉरियर्स के लिए क्या कदम उठा रही है?

महाराष्ट्र में महामारी के बीच ड्यूटी पर डटे पुलिसकर्मियों के संक्रमित होने की वजह से समस्या बढ़ती जा रही है. हालात ये हैं कि लॉकडाउन के चौथे चरण में राज्य में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की पांच कंपनियां मुंबई पहुंच गई हैं. महाराष्ट्र सरकार ने 20 टुकड़ियों की मांग की थी, जिसमें 9 अब तक मिल चुकी हैं, कम पुलिसबल की वजह से पूरी फोर्स पर दबाव बढ़ रहा है.
कोरोना से जंग में परिवार से भी दूरी
कोरोना से लड़ने वाले ये फ्रंटलाइन वॉरियर्स फिलहाल दो मोर्चो पर जंग लड़ रहे हैं. इन्हें पहले अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर दिनभर ड्यूटी करनी होती है, लेकिन शाम होते ही ये लोग अपने परिवार के करीब भी नहीं जा सकते. डर ये है कि कहीं बच्चों और परिवार को संक्रमण न हो जाए. कई पुलिसकर्मियों ने ऐसे में परिवार से भी दूरी बना ली है.
लेकिन अब सरकार की भी बड़ी जिम्मेदारी बनती है कि, लगातार जान हथेली पर रखकर लड़ने वाले इन जवानों के लिए जरूरी कदम उठाए. हम आपको बताते हैं कि महाराष्ट्र सरकार पुलिस के जवानों के लिए क्या-क्या कर रही है.
मुंबई पुलिस के जॉइंट कमिश्नर ने बताया कि, सरकार की तरफ से हर प्रकार की मदद की जा रही है-
उन्होंने आगे कहा कि, पुलिसकर्मियों की मदद के लिए कई संस्था आगे आई है. जवानों को ज्यादा से ज्यादा सावधानी बरतने को कहा गया है. सेफ्टी के लिए उन्हें PPE किट, मास्क और सेनेटाइजर उपलब्ध कराया गया है.
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जवानों की इम्युनिटी बढ़ाने पर भी जोर
जवानों का मोराल बढ़ाने और उन्हें मदद पहुंचाने के लिए संक्रमित जवानो के खाते में 10 हजार रुपये डाले गए हैं. इसके अलावा प्रशंसा पत्र भी सौंपा गया है. जिन जवानों की कोरोना संक्रमण की वजह से जान गई है उनके परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान सरकार पहले ही कर चुकी है. अब सबसे जरूरी बात ये है कि जो लोग दिन-रात कोरोना के ठीक सामने खड़े होकर लोगों की जान बचा रहे हैं, उनके लिए सरकार को काफी कुछ करने की जरूरत है. वहीं लोगों की भी जिम्मेदारी बनती है कि वो इन वॉरियर्स का दिल से सम्मान करें और उनका हौसला बढ़ाएं.
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दिल्ली पुलिस की ये है तैयारी
महाराष्ट्र पुलिस की तरह दिल्ली पुलिस भी लगातार कोरोना संकट के बीच ड्यूटी पर तैनात है. यहां भी कई पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हुए हैं, जिनमें से एक कॉन्स्टेबल की जान गई है. दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता और एडिशनल पुलिस कमिश्नर (क्राइम) एमएस रंधावा ने क्विंट को बताया कि करीब 250 से ज्यादा जवान कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. उन्होंने बताया,
दिल्ली पुलिस के पीआरओ ने बताया कि जवान जल्दी रिकवर हो रहे हैं. अब तक करीब 100 से ज्यादा जवान रिकवर हो चुके हैं. जवानों को सैनिटाइजर जैसी चीजें भी मुहैया कराई जा रही हैं. संक्रमित जवानों के लिए 10 हजार रुपये की आर्थिक मदद भी दी जा रही है.
हालांकि दिल्ली पुलिस की तरफ से पहले कोरोना पॉजिटिव जवानों के लिए एक लाख रुपये की मदद की बात कही गई थी. लेकिन अब लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए इसे घटाकर 10 हजार रुपये कर दिया गया है. वहीं दिल्ली सरकार की तरफ से पहले ही ऐलान किया जा चुका है कि अगर दिल्ली पुलिस के किसी जवान की मौत होती है तो सरकार उसके परिवार को एक करोड़ रुपये देगी.

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