क्वारंटाइन सेंटर के प्रवासियों से सीएम ने किया संवाद

लखीसराय । देश के विभिन्न राज्यों से ट्रेन एवं अन्य माध्यमों से लौटकर क्वारंटाइन सेंटर पर रह रहे प्रवासी श्रमिकों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से संवाद किया। जिला प्रशासन ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) तथा हलसी प्रखंड के राजकीयकृत बालिका उच्च विद्यालय के क्वारंटाइन सेंटर पर इसकी व्यवस्था की थी। डायट के क्वारंटाइन सेंटर में आवासित प्रवासी रोशन सिंह ने मुख्यमंत्री से संवाद के दौरान बताया कि वे सूरत में कपड़ा मिल में सुपरवाइजर के पद पर काम कर रहे थे। लॉकडाउन में कंपनी के बंद हो जाने से काफी दिक्कत हो रही थी, इसलिए वे अपने गांव लौटे हैं एवं यहीं रहकर अपना काम करना चाहते हैं। अनीता देवी ने बताया कि कपड़ा में बॉर्डरिग एवं बुटीक का काम जानती हैं और स्थानीय स्तर पर अपने स्किल के अनुसार काम करना चाहती। हैं। ये दोनों प्रवासी स्थानीय गांव महिसोना के रहने वाले हैं एवं गुजरात के सूरत जिले से लौटे हैं। हलसी प्रखंड के राजकीयकृत बालिका उच्च विद्यालय के क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे राजकुमार पांडेय एवं प्रियंका देवी से भी मुख्यमंत्री ने बातचीत की। हलसी प्रखंड के कोनाग के रहने वाले राजकुमार पांडेय ने बताया कि वह गुजरात के सूरत जिले में स्थित कपड़ा डिजाइनिग एवं साड़ी रंगने वाली फैक्ट्री में सुपरवाइजर का काम कर रहे थे। हलसी के हिमाचल डीह की रहने वाली प्रियंका देवी ने बताया कि वे डायमंड ज्वेलरी बनाने का काम जानती हैं एवं अब वापस नहीं जाना चाहती। ये लोग स्थानीय स्तर पर रोजगार करना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप यही रहें, स्थानीय स्तर पर रोजगार मुहैया कराने की दिशा में सरकार हर संभव प्रयास करेगी एवं रोजगार सृजन के कार्यक्रम चलाए जाएंगे। जिलाधिकारी शोभेन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि जिले में अब तक 7,517 प्रवासी श्रमिक आए हैं, जिनमें स्किल के अनुसार 2,180 लोगों की मैपिग कर ली गई है। प्रखंड स्तर पर 45, पंचायत स्तर पर 54 एवं ग्राम स्तरीय 23 क्वारंटाइन सेंटर संचालित किए गए हैं। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक श्री सुशील कुमार के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे।


Posted By: Jagran
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