डॉ. प्रियरंजन की हत्या के तीन माह बाद गढ़वा से धराया सुपारी किलर

बिहारशरीफ। बीते 5 मार्च को हरनौत के गोखुलपर मठ एपीएचसी में प्रतिनियुक्त डॉ. प्रियरंजन कुमार प्रियदर्शी की रहुई के सैदी मोड़ पर हत्या के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। डॉक्टर की हत्या उन्हीं के चचेरे भाई करण सक्सेना ने सुपारी देकर कराई थी। सुपारी किलर चंदन कुमार उर्फ सिटू को झारखंड के गढ़वा से गिरफ्तार कर लिया गया है। करण व चंदन जिगरी दोस्त बताए जाते हैं। पुलिस इस मामले में नूरसराय के नोसरा निवासी करण सक्सेना, लहेरी थाना क्षेत्र के रामचंद्रपुर निवासी आलोक कुमार, दीपनगर थाना के कोरई निवासी टुनटुन पासवान व सौरभ महतो को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। ये चारों फिलहाल जेल में बंद हैं।


एसपी नीलेश कुमार ने बताया कि सुपारी किलर चंदन सिलाव थाना क्षेत्र के घरहा गांव का है। इस मामले में चार बदमाश पहले ही गिरफ्तार हो चुका है। पुलिस को इसकी सरगर्मी से तलाश थी। इस केस को वह खुद मॉनिटर कर रहे थे। डीआइयू प्रभारी मुश्ताक को पूरी टीम के साथ लगाया था। गिरफ़्तार सुपारी किलर ने स्वीकार किया है कि उसी ने डॉ. प्रियरंजन कुमार प्रियदर्शी को गोली मारी थी। फिलहाल, गिरफ्तार बदमाश से पूछताछ जारी है। उसने कई और जानकारियां दी है। सूत्रों ने बताया कि इस हत्याकांड में बड़ी डील हुई थी। सुपारी किलर के खाते में करीब चार लाख रुपए जमा कराए गए थे। किसने उसके खाते में रुपए जमा कराए, इसकी जांच की जा रही है। इस हत्याकांड में कई मोड़ आने की संभावना है।
बता दें कि हत्या की साजिश डॉक्टर के चचेरे भाई ने रची थी। उसने हत्या की सुपारी दी थी और खुद भी हत्या में शामिल था। कुल 8 बदमाशों ने डॉक्टर को उस वक्त घेर कर गोली मारी थी, जब वे बिहारशरीफ के नईसराय स्थित ससुराल से बाइक से अस्पताल जा रहे थे। बाद में पुलिस ने चचेरे भाई समेत चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया था। हत्या में प्रयुक्त देसी कट्टा व बाइक भी बरामद की गई थी।
Posted By: Jagran
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