लिखित संकल्प, होम क्वारंटाइन का विकल्प : डीएम

अरवल : सरकारी क्वारंटाइन सेंटर में यदि नहीं जाना चाहते हैं तो होम क्वारंटाइन का विकल्प चुन सकते हैं। इसके लिए घर के मुखिया को संकल्प पत्र भरना होगा कि उनके घर में क्वारंटाइन की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध है। हालांकि संकल्प के आधार पर पंचायती राज के प्रतिनिधि और लोक सेवक सतत निगरानी करते रहेंगे। जिलाधिकारी रविशंकर चौधरी ने देश के रेड और ग्रीन जोन वाले शहरों के आधार पर आने वाले प्रवासियों के लिए नई व्यवस्था का विकल्प दिया है।

जिले में रविवार को विभिन्न राज्यों से 343 प्रवासी वापस लौटे। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी प्रवासियों का स्वास्थ्य जांच किया। जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य जांच के बाद निकटतम क्वारंटाइन सेंटर पहुंचा दिया है। जिले में 23 मार्च से अब तक दूसरे प्रदेश से आने वाले प्रवासियों की संख्या 8201 हो गई है। अब तक 24 लोग संक्रमित पाए गए हैं जिसमें पांच लोगों को स्वस्थ्य होने के बाद घर भेज दिया गया है।

डीएम ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए सभी प्रवासी को वेलकम किट दिया गया है ताकि सेंटर में अपने निजी जरूरत के अनुसार उपयोग करें। सभी लोगों को 21 दिनों के क्वारंटाइन के बाद सब ठीक रहा तो घर भेज दिया जाएगा। अरवल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 141, कलेर में 47, करपी में आठ, कुर्था 134 तथा वंशी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 13 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई। उन्होंने बताया कि चिकित्सकों की टीम द्वारा सभी लोगों की जांच कर ली गई है।
डीएम ने बताया कि जिला वाहन कोषांग में अन्य राज्यों एवं जिले से 613 अप्रवासी आए हैं। वे लोग विभिन्न रेलवे स्टेशनों से लाए गए हैं। उन्होंने कहा कि यूं तो उनलोगों को 21 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया गया है।
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार