सुनीता की कढ़ाई कला से वाकिफ हुए सीएम

जहानाबाद : मैं मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद करना चाहती हूं कि आपने मुझे वापस बुलाया। दस साल से बिहार छोड़कर कढ़ाई कला से रोजीरोटी चला रही थी। अब अपना प्रदेश छोड़कर कहीं जाने से अच्छा है कि यहां अपनी सिलाई-कढ़ाई कर काम चला लेंगे। यह संवाद सारांश है-क्वारंटाइन सेंटर में ठहरी सुनीता और मुख्यमंत्री के बीच रविवार को विडियो कांफ्रेंसिग के दौरान हुई बातचीत का।

जहानाबाद और अरवल जिले के क्वारंटनाइन सेंटर में ठहरे प्रवासियों में एक से बढ़कर एक कला कौशल सामने आया। मुख्यमंत्री के वीडियो कॉन्फ्रेंस को लेकर जहानाबाद तथा अरवल जिला प्रशासन अलर्ट था। दोनों जगह के वरीय अधिकारी विभिन्न क्वारंटाइन सेंटर पर सीएम के वीसी का इंतजार कर रहे थे। अरवल में डॉक्टर भीम राव अंबेदकर बालिका छात्रावास तथा शिव देनी साह महाविद्यालय में बने सेंटर पर जिलाधिकारी रविशंकर चौधरी एवं पुलिस अधीक्षक राजवी रंजन उपस्थित थे। वहीं जहानाबाद के मां कमला चंद्रिका टीचर ट्रेनिग कॉलेज तथा हुलासगंज प्रखंड बौरी मध्य विद्यालय में वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
पूरवा हवा ने बढ़ाई उमस, पारा 41 डिग्री पहुंचा यह भी पढ़ें
जैसे ही जहानाबाद की बारी आई जिलाधिकारी नवीन कुमार ने श्रमिकों के बारे में पूरी जानकारी दी। दरअसल सीएम नीतीश कुमार वीसी के माध्यम से प्रखंड क्वारंटाइन सेंटर में आवासित लोगों की समस्याओं से रु-ब-रु होना चाह रहे थे। मां कमला चंद्रिका टीचर ट्रेनिग कॉलेज में उपस्थित जिलाधिकारी ने श्रमिकों को अगली पंक्ति में बैठाए हुए थे। सीएम ने श्रमिक दीपक कुमार तथा अनिता देवी से उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी हासिल की। दीपक ने बताया कि बंगलोर की शाही रेडिमेड एक्सपोर्ट कंपनी में टी-शर्ट बनाने का काम करता था। यदि उस प्रकार का काम मिलेगा तो बिहार छोड़कर बाहर नहीं जाउंगा। इसी प्रकार सूरत से आयी अनिता सीएम को अपने वतन वापसी लाने को लेकर धन्यवाद देते हुए कहा कि 10 वर्षों से सिलाई-कढ़ाई का काम करता था। आवासित लोगों से रु-ब-रु होते ही सीएम ने कहा कि आपके कौशल के अनुसार आपको काम उपलब्ध कराया जाएगा। जिलाधिकारी को बताया कि उद्योग तथा श्रमिक विभाग के अधिकारियों द्वारा श्रमिकों का स्कील मैपिग कराया गया है। स्कील के अनुसार उनलोगों को आर्थिक स्थिति को सुधारने को लेकर कार्य उपलब्ध कराया जा रहा है। फिलहाल प्रथम चरण में बाहर से आए 3201 मजदूरों को रोजगार दिया गया है। 1700 जॉब कार्ड निर्गत किए गए हैं। श्रमिकों को विभिन्न कार्यों को लेकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिले में छोटे- बड़े उद्योग लगाने के लिए उद्यमियों के साथ बैठक आयोजित की गई है। सिकरिया यार्ड कम्प्लेक्स का निरीक्षण कर उद्योग लगाने के लिए मैपिग कराया गया है। कुटीर उद्योग का विस्तार कर लोगों को आत्म निर्भर बनाया जा सकता है। जिलाधिकारी द्वारा बनाए गए योजनाओं की प्रशंसा करते हुए सीएम ने कहा कि इससे जिले का विकास के साथ-साथ श्रमिकों का भलाई होगा। रेडिमेंड गार्मेंट्स के तहत स्कूली बच्चों के पोशाक बनाने के काम प्रारंभ होने से लोगों को अधिक संख्या में काम मिलेगा। यह योजना अन्य जिले के लिए प्रेरणादायक होगा। वहीं हुलासगंज प्रखंड के मध्य विद्यायल बौरी सेंटर पर उपविकास आयुक्त मुकुल कुमार गुप्ता ने बताया कि आवासित लोग अपने प्रदेश में काम करने को लेकर इच्छुक हैं। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक मनीष, अपर समाहर्ता अरबिद मंडल, सीएस सहित कई अधिकारी मौजूद थे।
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार