रोहिणी नक्षत्र आरंभ, खेती का सगुन करेंगे किसान

अरवल : वैश्विक बीमारी कोरोना के कारण लॉकडाउन-चार के साथ ही खरीफ खेती की तैयारी अब शुरू हो गई। सोमवार को सुबह सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर रहा है। इससे अब धान का बिचड़ा लगाने के लिए किसान सगुन की तैयारी में जुट गए लेकिन सोन नहर में अब तक पानी नहीं आया है।

बताया जाता है कि रोहिणी नक्षत्र में धान का बीज डालने से रोपनी समयानुसार होती है। उपज भी लागत के अनुरूप अधिक मात्रा में होती है। इससे रोहिणी नक्षत्र में किसान धान बीज की नर्सरी तैयार करते हैं। आचार्य संजय पाठक ने बताया कि 25 मई को सुबह 6:49 बजे सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे जो आठ जून सुबह 6:10 तक रहेंगे। उसके बाद मृगशिरा नक्षत्र शुरू हो जाएगा। ऐसे में जो किसान अक्षय तृतीया को समहुत कर दिये होंगे वो रोहिणी नक्षत्र में बीज डाल सकते हैं। जो किसान समहुत से वंचित रह गए है। वे 27 मई तथा एक व पांच जून को समहुत कर सकते हैं। किसान रोहिणी नक्षत्र की शुरुआत में ही बीज डालने को लेकर उन्नत किस्म के धान बीज का चयन करने में जुटे हैं। वहीं, बीज विक्रेताओं तथा कृषि विशेषज्ञ से बीज के बारे में जांच कर रहे हैं। लॉकडाउन में किसान घरों से मोबाइल पर ही संबंधित लोगों से बीज, उर्वरक के बारे में जानकारी लेकर अपना काम करने की सोच रहे हैं। हालांकि, अभी नहर में पानी आने का इंतजार भी है।
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Posted By: Jagran
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