होम क्वारंटाइन का आदेश हवा-हवाई, गांव में घूम रहे प्रवासी

बक्सर : कोरोना मामले में राज्य सरकार के नए निर्देश से गांव के लोगों की मुश्किल बढ़ गई है। संक्रमण से बचाव के लिए दो महीने का प्रयास अब बेकार लगने लगा है। बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों को होम क्वारंटाइन का निर्देश देकर छोड़ा जा रहा है, लेकिन प्रवासी होम क्वारंटाइन में रहने के बजाय सिर्फ गांव में घूम रहे हैं।

गांव में आपसी प्रेम, भाईचारा तथा संबंधों का ख्याल रख कोई खुलकर विरोध नहीं कर रहा है। लेकिन, दबी जुबान से यह बात होने लगी है कि भविष्य में हर व्यक्ति अब कोरोना वायरस से जरूर संक्रमित होगा। सरकार द्वारा प्रवासियों को अपने भरोसे बाहर छोड़ने वाले फरमान से हर गांव में दहशत का माहौल है। गांव में फिजिकल डिस्टेंसिग तथा मास्क लगाने का निर्देश पहले से ही हवा-हवाई है। राज्य सरकार के निर्देश पर अभी तक किसी भी गांव में पंचायत मुखिया द्वारा मास्क तथा साबुन का वितरण नहीं किया गया है। गुजरात के सूरत एवं अहमदाबाद, मुंबई, पुणे, दिल्ली, एनसीआर का नोएडा, गा•िायाबाद, फरीदाबाद, गुड़गांव तथा कोलकाता एवं कर्नाटक के बेंगलुरु से आने वाले प्रवासियों की स्क्रीनिग करा प्रखंडस्तरीय क्वारंटाइन सेंटर पर रखने की बात कही गई है। लेकिन, ऐसे लोग बाहर से आकर अपने गांव-समाज में सक्रियता से जुड़े हैं। कोरोना संक्रमण के चलते ही अभी तक नया भोजपुर तथा डुमरांव का बाजार एवं व्यवसाय पूरी तरह बंद है। ग्राहक सामान के लिए दर-दर भटक रहे हैं। बावजूद, इस गंभीर समस्या से कोई सबक लेने को तैयार नहीं है।
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Posted By: Jagran
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