इन्हें नहीं कोरोना से डर, पहुंच रहे डगर-डगर

सुपौल। लॉकडाउन के दौरान जहां लोगों को संक्रमण का भय सता रहा है। लोग अपनी सुरक्षा और बचाव में अपने घरों में सुरक्षित हैं वहीं डाकिया उनकी आर्थिक परेशानी कम करने दरवाजे-दरवाजे दस्तक दे रहे हैं। ग्रामीणों के लिए किसी फरिश्ते से कम नहीं हैं डाकिया। डाक के साथ अब डाकिया घर-घर रुपये भी पहुंचा रहे हैं। इंडियन पोस्ट बैंक खुल जाने के कारण डाक विभाग भी सभी बैंकों से जुड़ गया है। विभाग ने सभी डाकिया को हेंडहेल्ड मशीन दी है। लॉकडाउन के दौरान किसी भी व्यक्ति को पैसे की निकासी में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए डाक विभाग के द्वारा ये सुविधा प्रदान की जाने लगी। इस संकट की घड़ी में आमजनों को जो जहां है वहीं इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक डाकघर द्वारा एईवीएस के माध्यम से लाभ पहुंचाकर नया मिसाल कायम किया है। साथ ही डाक विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत डाकिया व शाखा डाकपाल को विशेष निर्देश भी जारी किए हैं। इस सिस्टम के तहत वृद्धा, विधवा पेंशन के अलावा उज्ज्वला योजना के तहत खातों में आई सब्सिडी भी घरों तक पहुंचा रहे हैं डाकिया। इस सिस्टम के तहत ग्रामीण डाकघर से भी रुपये निकालने की भी व्यवस्था है।

घर लौट कर भी अपनों से दूर हैं प्रवासी, झोपड़ी में काट रहे समय यह भी पढ़ें
====
अब तक 13104 लोगों को मिल चुका है लाभ
इंडियन पोस्ट बैंक खुलने के बाद आधार इनेबुल पेमेंट सिस्टम के माध्यम से सहरसा डाक प्रमंडल में अब तक 13204 लाभुकों को एक करोड़ 23 लाख 91 हजार का भुगतान पहुंचाया जा चुका है। नतीजा है कि सुपौल डाक अनुमंडल ने 5200 व्यक्तियों को यह लाभ पहुंचाया है। सोनक के सनोज कुमार शर्मा ने बताया कि जब इस तरह से भुगतान की बात किसी ने बताई तो हठात यकीन नहीं हुआ। क्योंकि खाता किसी बैंक में है और भुगतान पोस्ट ऑफिस के माध्यम से कैसे हो जाएगा। लेकिन मैंने आजमाया और मेरा भुगतान हो गया। भुगतान की प्रक्रिया को इतना सुलभ बनाने के लिए मैं तो डाक विभाग का आभार जताता हूं। महेशपुर पिपरा के रौशन कुमार सिंह ने कहा कि बैंक से भुगतान लेने में कई घंटे इंतजार करना पड़ता था, कभी-कभी तो कई तकनीकी कारण बताकर वापस भी कर दिया जाता था। इस लॉकडाउन में तो बैंक जाकर भुगतान लेना संभव भी नहीं था। लेकिन डाक विभाग के इस सिस्टम ने तो इस संक्रमण के दौर में जैसे सबकुछ सुलभ कर दिया।
====
शाखा डाकपाल का योगदान अहम
सुपौल डाक अनुमंडल के सहायक डाक अधीक्षक शंभू कुमार सिंह ने बताया कि सुपौल डाक अनुमंडल में 172 लोगों को 41 हजार रुपये का भुगतान कर लालपुर शाखा डाकघर के डाकपाल गंगा प्रसाद साह ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। द्वितीय स्थान पर कर्णपुर के शाखा डाकपाल दिनेश कुमार रहे। उन्होंने 169 लोगों का भुगतान किया। तीसरे स्थान पर महेशपुर गणपतगंज के शाखा डाकपाल दीपक कुमार सिंह रहे जिन्होंने 152 ट्रांजेक्शन किया। सहायक डाक अधीक्षक ने तीनों एंड यूजर को बधाई दी। उन्होंने बताया कि डाक अधिदर्शक रामसुभक मेहता,शशि कुमार, वरीय शाखा प्रबंधक ऋषिकेश झा तथा प्रधान डाकपाल अरविद कुमार देव के अथक प्रयास और उत्ससाहव‌र्द्धन से यह उपलब्धि संभव हो पाई है।
=====
कर रहे कठिन परिश्रम
सहायक डाक अधीक्षक ने बताया कि इस स्थान को प्राप्त करने में इंडिया पोर्ट पेमेंट बैंक के सहायक शाखा प्रबंधक नवनीत झा, एवं क्षेत्रीय प्रबंधक विकास कुमार तथा विजय कुमार का अहम योगदान रहा है। कहा कि डाक अधीक्षक सहरसा प्रमंडल डीके दास के उचित मार्गदर्शन तथा सभी एंड यूजर के कठिन परिश्रम के कारण संभव हो पाया है। उन्होंने सभी यूजर एवं वरीय शाखा प्रबंधक को बधाई दी साथ ही अपील किया कि इसी तरह कठिन परिश्रम कर सुपौल डाक अनुमंडल को प्रथम स्थान दिलाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार