श्वेत रक्त कणिकाओं के उत्पादन को बढ़ाता है लहसुन, कोरोना से लड़ने की देगा ताकत



लखनऊ। कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। इससे बहुत हद तक निजात पाने का एक ही तरीका है, अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना। ऐसे में हर व्यक्ति इस ओर ध्यान दे रहा है। इसके लिए हमारी प्रकृति में अपार क्षमता है, जिसका सही उपयोग कर हम रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकते हैं।
इस संबंध में डाक्टर महेन्द्र पांडेय का कहना है कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए सूर्य की रोशनी वरदान है। इससे विटामिन डी मिलता है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए फायदेमंद है लेकिन गर्मी में इसका प्रयोग सुबह सूर्य उगते ही किया जा सकता है।
डाक्टर महेन्द्र पांडेय ने सोमवार को बताया कि लहसुन भी हमारे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर है। इसके तमाम गुणों के कारण इसे औषधि माना गया है। लहसुन खाने के अनेक फायदे है। नियमित रूप से इसे सुबह खाने से श्वेत रक्त कणिकाओं का उत्पादन होता है, जो बाहरी वायरस से लड़ने के लिए उत्तरदायी हैं। इसमें भरपुर मात्रा में एलिसिन, जिंक, सल्फर, सेलेनियम, विटामिन ए और ई पाये जाते हैं। इसको खाने से बीपी में भी आराम मिलता है और ब्लड सर्कुलेशन को कंट्राेल करता है।
डा. पांडेय ने कहा कि लहसुन पेट से जुड़ी बीमारियों जैसे डायरिया और कब्‍ज की रोकथाम में बेहद उपयोगी है। पानी उबालकर उसमें लहसुन की कलियां डाल लें। खाली पेट इस पानी को पीने से डायरिया और कब्‍ज से आराम मिलेगा। इसके अलावार दिल से संबंधित समस्याओं को भी दूर करता है। लहसुन खाने से खून का जमाव नहीं होता है और हार्ट अटैक होने का खतरा कम हो जाता है। पाचन क्रिया भी खाली पेट लहसुन की कलियां चबाने से अच्छा रहता है। लहसुन खाने से सर्दी-जुकाम, खांसी, अस्‍थमा में भी इसके सेवन से फायदा होता है।
डा. पांडेय ने बताया कि व्यक्ति को ऐंटी आक्सिडेंट युक्त भोजन करना चाहिए। इससे बीमार कोशिकाएं दुरुस्त होती हैं। ये सेहत बरकरार रखते हुए उम्र के असर को कम करते हैं। हरी सब्जियां व फलों के साथ ही नींद भरपूर लें। तनावमुक्त रहने का अभ्यास करें तो शरीर स्वस्थ रहेगा। इससे भी रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। उन्होंने कहा कि ग्रीन टी पीने से भी रोग प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा होता है।

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