कभी न हार मानने वाले खिलाड़ी थे कुंबले : लक्ष्मण

नई दिल्ली।

भारतीट टीम के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस. लक्ष्मण ने अपने पूर्व साथी अनिल कुंबले की तारीफ की है और कहा है कि यह पूर्व लेग स्पिनर हर तरीके से बहुत बड़े खिलाड़ी हैं और वह हमेशा अपनी जिम्मेदारी निभाने को तैयार रहते हैं।
लक्ष्मण ने रविवार को बताया कि वह अगले कुछ दिनों तक उन खिलाड़ियों को याद करेंगे जिनके साथ वो खेले हैं और जिन्होंने उन पर बड़ा प्रभाव छोड़ा है।
लक्ष्मण ने इसी क्रम में सोमवार को कुंबले को याद किया। उन्होंने कुंबले को याद करते हुए वेस्टइंडीज के खिलाफ 2002 में एंटीगा में खेले गए गए उस मैच की फोटो शेयर की जिसमें कुंबले ने टूटे जबड़े के साथ गेंदबाजी की थी।
लक्ष्मण ने ट्वीट किया, हर मायने में एक बड़ा खिलाड़ी, वह सभी बाधाओं को पीछे छोड़कर आगे बड़े और हमेशा अपनी जिम्मेदारी निभाई।
वो साहस वो धैर्य जो इस फोटो में दिखाया गया है अनिल कुंबले में सबसे ज्यादा है। कभी हार न मानना चाहे कुछ भी हो, यही खासियत है जो कुंबले को वो क्रिकेटर बनाती है जो वो हैं।
साल 2002 में खेले गए उस टेस्ट मैच में कुंबले को मारविन डिल्लन की गेंद जबड़े में लग गई थी। बावजूद इसके उन्होंने मुंह पर पट्टी बांध लगातार 14 ओवर गेंदबाजी की थी।
कुंबले टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने भारत के लिए 132 टेस्ट मैच खेले हैं और 619 विकेट लिए हैं। वनडे में कुंबले ने भारत के लिए 271 मैच खेले हैं जिनमें 337 विकेट अपने नाम किए हैं।

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