अनुदानित धान बीज के लिए चक्कर काट रहे किसान

सिवान । मानसून आगमन के पूर्व कई बार हो चुकी बारिश के बाद किसान धान की फसल के लिए खेतों की तैयारी और धान का बीज गिराने की तैयारी में लग गए हैं। कृषि विभाग द्वारा अभी तक उन्हें अनुदानित बीज मुहैया नहीं कराया जा सका है। प्रखंड के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से किसान धान बीज के लिए कृषि कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। उन्हें इंतजार करने के लिए कहा जा रहा है। किसानों को चिता है कि समय पर बीज नहीं मिला तो उनकी परेशानी बढ़ सकती है। कोरोना काल में पहले से ही वे परेशान हैं। किसानों की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है। 25 मई से ही धान का बीज गिराने का काम शुरू हो जाता है, ताकि समय पर बिचड़ा तैयार हो सके और मानसून की बारिश शुरू होते ही रोपनी शुरू की जा सके। वहीं कृषि समन्वयक और किसान सलाहकार किसानों को यह समझा कर लौटा रहे हैं कि अभी विभाग से बीज उपलब्ध नहीं हो सका है। कुछ दिन प्रतीक्षा करें। कृषि समन्वयक नित्यानंद तिवारी ने बताया कि लंबी अवधि (150 से 160 दिन) वाले धान का बीज 25 मई से 15 जून तक और कम अवधि ( 120 से 125 दिन) वाले धान का बीज 15 जून के बाद खेतों में गिराया जाता है। इसलिए किसानों के पास अभी समय है। वे अनुदानित बीज उपलब्ध होने की प्रतीक्षा कर सकते हैं। जैसे ही बीज उपलब्ध होगा किसानों को सूचित कर दिया जाएगा। बता दें कि प्रखंड में करीब 2500 हेक्टेयर क्षेत्रफल में धान की खेती की जाती है।

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Posted By: Jagran
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