कोरोना संकट में नवजात के स्वास्थ्य का रखा जाएगा विशेष ध्यान

कोरोना महामारी में शिशुओं के लिए जरुरी स्वास्थ्य सेवाएं जैसे एसएनसीयू एवं एनआरसी की सुविधा पहले की तरह प्रदान की जाएगी। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने पत्र लिखकर सिविल सर्जन को निर्देश जारी किया है। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ अरुण कुमार तिवारी ने बताया कि एसएनसीयू में प्रवेश द्वार के पास ट्राइजिग के लिए एक रेडियंट वार्मर भी उपलब्ध कराया जाएगा। कोविड-19 के संदिग्ध मरीज के लिए स्टेप डाउन, फैमिली पार्टीसिपेट्री केयर कमरे को दो रेडियंट वार्मर के साथ तैयार रखने के भी निर्देश दिए गए हैं। पत्र के माध्यम से बताया गया है कि कोविड-19 के पॉजिटिव नवजात को स्थिरीकरण करने के उपरांत राज्य सरकार के कोविड-19 के दिशा-निर्देश के आलोक में चिह्नित संस्थानों एनएमसीएच, एएनएमएमसीएच एवं जेएलएनएमसीएच तथा नजदीकी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उचित व्यवस्था के साथ रेफर किया जाएगा। डिस्चार्ज नवजात शिशुओं के संबंध में उनके माता या देखभालकर्ता के साथ एसएनसीयू के डाटा इंट्री ऑपरेटर के द्वारा फैसिलिटी फॉलोअप तथा आशा कार्यकर्ता के द्वारा सामुदायिक फॉलोअप दूरभाष के माध्यम से सुनिश्चित किया जाएगा। सिर्फ गंभीर नवजातों को हीं उचित वाहन के माध्यम से एसएनसीयू में भर्ती कराया जाएगा। कोविड-19 के बचाव के उद्देश्य से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के द्वारा गृह भ्रमण के दौरान ही शिशुओं के स्वास्थ्य संबंधित आवश्यक पूछताछ की जाएगी और आवश्यक सेवा के लिए सुविधाएं प्रदान की जाएगी।

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Posted By: Jagran
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