टीचर्स ऑफ बिहार विद्यालय गाथा-10 में कोल्हुआ मध्य विद्यालय मॉडल हुआ शामिल

सिवान । दारौंदा प्रखंड के कोल्हुआ मध्य विद्यालय के रोल मॉडल को बिहार शिक्षा परियोजना से जुड़ी साइट टीचर्स ऑफ बिहार विद्यालय गाथा-10 में शामिल किया गया है। इस विद्यालय के मॉडल को विभाग की साइट पर सचित्र दिखाया जा रहा है। साथ ही विद्यालय की हर गतिविधियों को प्रेरक स्टोरी के रूप में प्रसारित किया जा रहा है ताकि राज्य के अन्य स्कूल भी इस मॉडल को अपना कर शिक्षा के क्षेत्र में अभिनव प्रदर्शन कर सके। जापानी लेखक तेत्सुको कुरोयोनागी की पुस्तक से मिली प्ररेणा

स्कूल के हेडमास्टर अमितेश कुमार तिवारी ने बताया कि जापानी लेखक तेत्सुको कुरोयोनागी द्वारा रचित विश्व प्रसिद्ध पुस्तक तोत्तो चान को देख प्रेरणा मिली। इस पुस्तक में लेखक ने जिस तरह के स्कूल की बात कही है, वह दरअसल पुराने रेल के डिब्बों में स्थापित वर्ग कक्षाएं हैं। इसमें बैठकर प्राथमिक कक्षा के बच्चे शिक्षा प्राप्त करते हैं। रेल के डिब्बे बच्चों को बहुत आकर्षित करते हैं। बच्चों की अपनी दुनिया में छुक-छुक चलती रेल गाड़ी का अपना ही स्थान हैं। जिसमें वे उधम मचाते हैं और कई तरह के खेल खेलते हैं। उक्त जापानी लेखक की किताब को पढ़कर प्रेरित होने के बाद विद्यालय को वही रंग-रूप देने कार्य किया।
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तत्कालीन सर्व शिक्षा डीपीओ व वर्तमान एसडीओ ने किया था अवलोकन
तत्कालीन सर्व शिक्षा डीपीओ समर बहादुर सिंह व एसडीओ मंजीत कुमार ने अवलोकन करने के बाद बिहार शिक्षा परियोजना को नवाचार से जुड़ी तस्वीर व गतिविधियों की जानकारी दी। इसके बाद टीचर्स ऑफ बिहार की नजर मध्य विद्यालय कोल्हुआ पर पड़ी और उसने हेडमास्टर से बातचीत की। साथ ही नवाचार से जुड़े आनंदायी कक्ष, बालिका कक्ष, ज्ञानदर्शन एक्सप्रेस, डॉ. कलाम विज्ञान कक्ष, स्मार्ट क्लास, बाल संसद व मीना मंच के शहरीय व सक्रिय स्वरूप की तस्वीर मांगी। जिसे देखने के बाद राज्य के अन्य विद्यालयों से अलग प्रत्येक वर्ग कक्ष को छात्रों के अधिगम के अनुरूप ज्ञान वर्धक व मनोरंजक बनाए जाने की प्रशंसा की। साथ ही सभी अभिनव गतिविधियों से जुड़ी तस्वीर साइट पर प्रसारित कर दी। ताकि इससे अन्य स्कूल के हेडमास्टर भी प्रेरणा लें।
जागरण के प्रति हेडमास्टर ने बताया आभार
इस संबंध में हेडमास्टर अमितेश कुमार तिवारी से बात हुई तो जागरण टीम को हमेशा अभिनव को उभारने में सहयोग करने को लेकर धन्यवाद दिया।
क्या कहते हैं अधिकारी
ऐसा अक्सर निजी विद्यालयों में देखने को मिलता था। लेकिन हमारे सरकारी विद्यालय भी शिक्षा में अभिनव का प्रदर्शन कर जिले का मान बढ़ा रहे हैं। यह सराहनीय है, मेरे तरफ से हेडमास्टर को बहुत-बहुत धन्यवाद। इससे जिले के अन्य विद्यालयों को भी सीख लेनी चाहिए।
दिलीप कुमार सिंह, डीपीओ समग्र शिक्षा अभियान, सिवान।
Posted By: Jagran
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