नगर पंचायत बनने के बाद भी नहीं मिली नगरीय सुविधा

सहरसा। नगर पंचायत सिमरी बख्तियारपुर को गठन हुए आठ वर्ष से अधिक का समय बीत गया परंतु अनुमंडल मुख्यालय एवं नगर पंचायत मुख्यालय का विकास नहीं हो पाया है। मुख्य बाजार स्टेशन चौक से लेकर डाकबंगला तक की सड़क अबतक नहीं बन पाई है। नगर पंचायत के पहले कार्यकाल में टू लेन मुख्य सडक का पक्कीकरण एवं बीच मे गार्डर बगीचा बनवाने का ड्रीम प्रोजेक्ट पर कार्य शुरू करवाने के लिए प्रयास किया गया। अतिक्रमण हटाने के बाद ब्लाक चौक से स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनों की झलक लोगों को दिखने लगी। ग्रामीणों को अहसास होने लगा कि नगर पंचायत बनने का लाभ यहां के लोगों को अब नगरीय सुविधा मिलने लगेगा। सड़क निर्माण के लिए तीन करोड़ की राशि भी नगर पंचायत को उपावंटित कर दिया गया। लेकिन सड़क का निर्माण नहीं हो पाया। नगर पंचायत के दूसरे कार्यकाल भी आधा से ज्यादा सफर तय कर चुका है। परंतु सड़क निर्माण कार्य अब तक शुरू नही हो पाया। नगर पंचायत निवासी संतोष मोदी, पंचानंद स्वर्णकार, ललन उर्फ मुकेश कुमार, कारी जायसवाल, मो. इसलाम, गुलाम फरिदी, प्रदीप पौद्वार, टिकु भगत, अशर्फी रजक आदि कहते है इस से अच्छा तो पंचायत ही था। वे कहते है नगर पंचायत बनने के बाद मकान बनाने के लिए नक्शा अनिवार्य कर दिया गया है। सुविधा के नाम पर लोगों को कुछ नही मिल रहा है। नगर पंचायत वार्ड संख्या नौ के समीप बने चौराहे के बीच सड़क टूटकर गड्ढे में तब्दील हो गया है। जिसमें नाला का पानी जमा हो गया है। कार्यपालक पदाधिकारी कमलेश कुमार ने बताया कि वार्ड संख्या नौ में नाला निर्माण का काम चल रहा है। अगले चरण मे उस सडक का निर्माण भी करवाया जाएगा।


Posted By: Jagran
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