एकसाथ पांच मरीज मिलने से इलाके में दहशत

संवाद सूत्र दिघलबैंक (किशनगंज) : दिघलबैंक प्रखंड क्षेत्र में शुक्रवार को एकसाथ पांच प्रवासी श्रमिकों के संक्रमित होने की खबर फैलते ही इलाके में दहशत का माहौल है। दूसरी ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन की लापरवाही पर भी सवाल उठा रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार गत 31 मई को लिए गए 40 लोगों के सैंपल में से पांच का रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। इनमें से 35 लोग सुशीला हरि महाविद्यालय तुलसिया में व पांच आदर्श मध्य विद्यालय तुलसिया स्थित क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे थे। सैंपल भेजन के बाद सबों को अल्पसंख्यक कल्याण छात्रावास में बने आइसोलेशन वार्ड में रखा गया। लेकिन जांच रिपोर्ट आने से पूर्व सभी को घर जाने के लिए छोड़ दिया गया। ग्रामीणों का कहना है कि जब सरकार कोरोना से बचाव को लेकर लाखों करोड़ों खर्च कर रही है तो फिर ऐसी लापरवाही तो पूरे प्रखंड वासियों के लिए खतरनाक है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि इन पांचों के साथ रह रहे अन्य सभी की जांच होनी चाहिए, जो भी इनके संपर्क में आए हैं।
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वहीं इस संबंध में टप्पू पीएचसी प्रभारी डॉ. टी. एन. रजक बताते हैं कि मेडिकल टीम सिर्फ स्वास्थ्य जांच करती है। जांचोपरांत संदिग्धों को आइसोलेशन केंद्र में केंद्र प्रभारी के हवाले कर दिया जाता है। वहां से कैसे वे लोग घर गए, इसकी जानकारी मुझे नहीं है।
अंचलाधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि सभी मरीजों केा घर से कब्जे में लेकर किशनगंज स्थित आइसोलेशन केंद्र भेज दिया गया है।
Posted By: Jagran
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