लॉकडाउन के बाद आंधी-बारिश ने सब्जी किसानों की तोड़ी कमर

संवाद सूत्र, मरौना(सुपौल): एक तो इस वर्ष लॉकडाउन ने सब्जी उत्पादक किसानों की कमर तोड़ दी है। मुनाफा तो दूर, मजदूरों का खर्च तक नहीं निकल पा रहा है और रही सही कसर आंधी-तूफान और बारिश ने निकाल दी। सब्जी की फसल तबाह हो गई। परेशान किसान अब आने वाले दिनों में सब्जी के बजाय धान और अन्य फसल लेने की सोच रहे हैं। किसानों का कहना है कि सब्जियों के उचित दाम नहीं मिल रहा है। बाहर सप्लाई नहीं हो रही है। स्थानीय व्यापारी औने-पौने दाम में खरीद रहे हैं। जिस कारण बीज, कीटनाशक, गाड़ी किराया, मजदूरी आदि के लिए पैसे निकलना मुश्किल हो गया है। यह और भी समस्या उनके लिए है जो किसान जमीन लीज लेकर सब्जी की खेती कर रहे हैं। जब मजदूरी भुगतान के लिए ही पैसे नहीं निकल पा रहे हैं तो जमीन मालिक को कहां से पैसे देंगे। मालूम हो कि मरौना प्रखंड के बीच बसे कई गांवों के किसान सब्जी की खेती करते हैं। कुछ दिन पहले बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से सब्जी की फसल नष्ट हुई तो अभी तक विभाग सर्वे में ही लगा है। अभी तक एक रुपये का मुआवजा नहीं मिल पाया है। कुछ किसानों का कहना है कि एक तो लीज में लेकर सब्जी की खेती करते हैं। मुसीबत यह है कि एक तो उचित दाम नहीं मिल रहा है पूरी सब्जी भी नहीं बिक पा रही है। इसके कारण सब्जियों को सड़क पर फेंकना पड़ा और अब बारिश से फसल नष्ट हो गई। परेशानी यह है कि जब मजदूरी भुगतान के लिए पैसे नहीं निकल पा रहे हैं तो जमीन मालिक को कहां से देंगे। अब लीज पर जमीन लेकर खेती नहीं करने की सोच रहे हैं।

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Posted By: Jagran
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