रेडलाइट एरिया से मुक्त कराई गई पीड़िता ने सुनाई आपबीती

संवाद सहयोगी, किशनगंज: खगड़ा रेड लाइट एरिया में गुरुवार शाम को पुलिस की छापेमारी में मुक्त कराई गई नाबालिगों की आपबीती सुन पुलिस अधिकारी भी सिहर उठे। पुलिस की गिरफ्त में आए मो.कैयूम, रंजना, मनीषा उर्फ मंजू और रेशमा बानो उर्फ माधुरी के द्वारा बाहर से लड़कियों को लाकर जबरन देह व्यापार का धंधा कराने का खुलासा हुआ। पुलिस की पूछताछ के दौरान असम निवासी नाबालिग लड़की ने बताया कि काफिल नामक प्रेमी ने उसे बहला फुसलाकर कर किशनगंज लाकर मनीषा के पास बेचकर फरार हो गया था। मनीषा ने उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर जबरन देहव्यापार कराने लगी। मनीषा ग्राहकों से मोटी रकम वसूल करती थी और उसे बदले में बमुश्किल दो वक्त की रोटी नसीब होती थी। जबकि 12 वर्षीय दूसरी नाबालिग लड़की ने बताया कि रंजना के घर में बहुत सारी महिलाएं और लड़कियां रहती है। रंजना सभी से जबरन देह व्यापार का धंधा कराकर मोटी कमाई करती है। ऐसा नहीं करने पर मारपीट करती थी। जबकि मूकबधिर पीड़िता ने पूछताछ के दौरान अपनी आपबीती बताने में असमर्थ रही। वहीं 22 वर्षीय पीड़िता ने पुलिस को बताया कि कयूम उससे जबरन देह व्यापार का धंधा कराता था। इंकार करने पर कयूम उसकी बेरहमी से पिटाई करता था। जबकि अन्य गिरफ्तार महिला और युवतियों ने स्वेच्छा से देहव्यापार करने की बात कही। चारों पीड़िताओं से आवश्यक पूछताछ के बाद शनिवार को पुलिस ने सभी का सदर अस्पताल में मेडिकल जांच कराया और उनके पुनर्वास में जुट गई।

लक्ष्मीपुर भगवती में मिला सिर कटी महिला का शव यह भी पढ़ें
इस संबंध में एसपी कुमार आशीष ने बताया कि वैज्ञानिक तरीके से मामले की जांच कर आरोपितों के विरुद्ध न्यायालय में आरोप पत्र समर्पित किया जाएगा। आरोपितों की संपत्ति जब्त करने के लिए प्रस्ताव समर्पित की जाएगी। अनैतिक देहव्यापार के विरुद्ध पुलिस का अभियान निरंतर जारी रहेगा।
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार