विकास, श्रेय और राजनैतिक अखाड़ा..

लखीसराय । विकास, श्रेय और राजनैतिक अखाड़ा.. कुछ इसी तरह का सीन मंगलवार को देखने को मिला। जिले के लोगों को दो बहुप्रतीक्षित योजनाओं की सौगात मिली। इस सौगात से जिले के लोगों को दूरगामी लाभ भी मिलने वाला है। लेकिन जनता के बीच जनप्रतिनिधियों के बीच श्रेय लेने की होड़ ने समोराह को राजनैतिक अखाड़ा बना दिया। मुख्य समारोह पटना में था जहां से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीसी के जरिए लखीसराय के बाइपास पथ, कुंदर जलाशय योजना सहित कई सिचाई परियोजनाओं का उद्घाटन किया। जिला प्रशासन ने बाइपास पथ पर ही पंडाल लगाकर शिलापट अनावरण समारोह का आयोजन किया था। इसमें जिले के प्रभारी मंत्री नीरज कुमार एवं सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह बतौर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद होकर मुख्यमंत्री से सीधा संवाद किया। उधर लखीसराय के विधायक सह राज्य के श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा सीन से गायब रहे। इसकी चर्चा पूरे दिन खूब रही। सोशल साइट पर भी राजनैतिक अखाड़े में उनकी अनुपस्थिति को हार के रूप में लोग लिखने लगे। कार्यक्रम स्थल पर भी भाजपा कार्यकर्ता हासिए पर रहे। जिला प्रशासन द्वारा तैयार पंडाल जदयू के झंडे के रंग के कपड़े से पाट दिया गया था। विधायक प्रहलाद यादव को प्रोटोकॉल के खिलाफ कुर्सी दी गई। उधर जब मंत्री विजय सिन्हा को यह अहसास हुआ कि उनके साथ साजिश रची गई तो वे मीडिया से रूबरू हुए। उनका कहना था कि सीएम हाउस से फोन आया कि उन्हें नीतीश कुमार के साथ मुख्य कार्यक्रम में पटना में रहना है। इस कारण वे पटना चले गए। इधर जिला प्रशासन ने इस बात को उनसे छिपाया कि लखीसराय के कार्यक्रम में सांसद एवं प्रभारी मंत्री शिरकत कर रहे हैं। वे यहां रहते तो खुशी होती। विकास का श्रेय राज्य सरकार लेगी जिसके वे अंग हैं। उन्हें खुशी है कि उनके द्वारा उठाई गई मांग आज साकार हो रही है।

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Posted By: Jagran
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