बाढ़ के दौरान शरण स्थल व राहत शिविर में कोरोना से बचाव के होंगे उपाय

गोपालगंज । हल्की बारिश के साथ ही मानसून की सक्रियता को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर बाढ़ व कटाव की स्थिति में प्रभावित इलाके के लोगों को राहत शिविर व शरण स्थल में रखे जाने को लेकर इंतजाम प्रारंभ कर दिया गया है। कोरोना काल में राहत शिविर व शरण स्थलों में कोरोना से बचाव को लेकर भी उपाय किए जाएंगे। इसके लिए शरण स्थल व शिविर की संख्या पूर्व की अपेक्षा दोगुनी होगी। ताकि लोगों को वहां शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए रखा जा सके। अलावा इसके प्रभावित होने वाले इलाकों में अभी से लोगों को जागरुक करने का अभियान प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है। संबंधित इलाके की आशा कार्यकर्ता लोगों को जागरूक करने का अभियान चलाएंगी।


आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना संकट को देखते हुए बाढ़ से प्रभावित होने वाले इलाकों में शरण स्थल व राहत शिविर बनाने का काम प्रारंभ कर दिया गया है। इन शिविरों के आसपास चिकित्सा शिविर में बनाया जाएगा। जहां चिकित्सक से लेकर एएनएम व स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती करने के साथ ही शौचालय व पेयजल आदि की भी व्यवस्था की जा रही है। बाढ़ से बचाव के लिए जिले के छह प्रखंडों में 60 स्थानों पर शरण स्थलों का निर्माण कराया जाएगा। इनमें कुचायकोट प्रखंड में आठ, गोपालगंज में दस, बरौली में 18, बैकुंठपुर में 10, सिधवलिया में छह तथा मांझा में आठ शरण स्थल शामिल हैं। इनके अलावा इन छह प्रखंडों में 30 बाढ़ सहायता चिकित्सा केंद्रों की भी स्थापना की जाएगी। इन केंद्रों पर चिकित्सकों की तैनाती को लेकर जिला प्रशासन ने सिविल सर्जन डॉ.टीएन सिंह को विशेष तौर पर निर्देश दिया गया है। बाढ़ आने की स्थिति में प्रभावित होने वाले इलाकों की पहचान करने के बाद जिला प्रशासन बाढ़ के समय लोगों को राहत उपलब्ध कराने के दिशा में कार्रवाई करने के लिए अन्य तैयारियों में जुट गया है।
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार