350 रुपये पर टिकी हुई हैं हजारों शिक्षकों की निगाहे

बेगूसराय। कोरोना महमारी के दौरान प्रवासियों के लिए बनाए गए क्वारंटाइन सेंटरों में जिले के हजारों शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी। ड्यूटी दौरान प्रत्येक कर्मी को एक सौ रुपये नाश्ता तथा 250 रुपये खाने के लिए दिए जाने का निर्देश वित्त विभाग के सचिव द्वारा जिलाधिकारी को दिया गया था। परंतु, क्वारंटाइन सहित उसमें ड्यूटी करने वाले शिक्षकों का काम भी पूरा हो चुका है। मगर आज तक उन लोगों को एक भी रुपये का भुगतान नहीं किया गया है।

जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष उमानंद चौधरी, उपाध्यक्ष भगीरथ प्रसाद राय, बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष साकेत सुमन, प्रधान सचिव रामकल्याण पासवान सहित अन्य शिक्षक नेताओं ने बताया कि पदाधिकारियों के निर्देश पर हजारों शिक्षकों ने पूरी निष्ठा से अपने कर्तव्यों का पालन कर लिया। मगर पदाधिकारियों द्वारा उच्चाधिकारियों के निर्देश के बावजूद अब तक उन्हें नाश्ते और भोजन की राशि नहीं दी गई है। उन लोगों ने बताया कि अभी तक कोई अधिकारी इस संदर्भ में कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। आखिर शिक्षकों का पैसा क्यों नहीं दिया जा रहा है, यह समझ से परे है। कहते हैं जिला शिक्षा पदाधिकारी
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डीईओ देवेंद्र कुमार झा कहते हैं कि कोरोना से संदर्भित डिप्टेशन बीडीओ-सीओ के स्तर से किया गया था। हमने सिर्फ एक सौ शिक्षकों को बरौनी जंक्शन पर प्रवासी कामगारों के लिए किया था। मगर शिक्षा विभाग को किसी तरह की राशि प्राप्त नहीं है, जिससे वो भुगतान करेंगे, ये पैसा आपदा विभाग से रिलीज होना है, हमें भी जानकारी नहीं है कि अब तक उन्हें पैसा क्यों नहीं दिया गया है।
Posted By: Jagran
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