जागरण संवाददाता, औरंगाबाद : नगर थाने की गश्ती दल में शामिल दारोगा कपिलदेव पांडेय एवं चालक सिपाही सुबोध कुमार बुधवार की रात अवैध वसूली करते पकड़े गए। दोनों को एसपी दीपक वर्णवाल के आदेश पर रात में ही गिरफ्तार कर लिया गया। गुरुवार को दोनों को जेल भेज दिया गया है।
एसडीपीओ अनूप कुमार ने बताया कि दोनों के खिलाफ अवैध वसूली के आरोप में शहर के महुआ शहीद नगर थाना के सामने के निवासी व्यवसायी पंकज कुमार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। एसडीपीओ ने बताया कि बुधवार की रात व्यवसायी की पिकअप तिल लादकर हरिहरगंज से ओबरा जा रही थी। जैसे ही ओवरब्रिज के पास पिकअप पहुंची कि एक गाड़ी से उसकी टक्कर हो गई। टक्कर के बाद गश्ती दल के दारोगा पहुंचे। जांच के दौरान पिकअप पर तिल देख चालक को रोक लिया। फिर लेन-देन की बात शुरू हुई। दारोगा ने लेनदेन में चालक को लगाया। थाने के चालक ने पिकअप के चालक सोनू कुमार को धमकाते हुए कहा कि 25 हजार रुपये दो नहीं तो वाहन को जब्त किया जाएगा। मोल-तोल होने पर 25 हजार से मामला 17 हजार पर आया। पिकअप चालक ने 17 हजार रुपये चालक को दे दिए। इस बीच इसकी सूचना एसपी को मिल गई। उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए एसडीपीओ को जांच कर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ पहुंचे और मामले की जांच की। जांच में अवैध वसूली का मामला सही पाया गया। एसडीपीओ ने बताया कि थाने के चालक के पास से 16 हजार 600 रुपये बरामद किए गए। बताया कि जांच में गश्तीदल में रहे अन्य सिपाही दोषी नहीं पाए गए। पूरे मामले में दारोगा कपिलदेव पांडेय एवं चालक सिपाही सुबोध कुमार की ही मिलीभगत पाई गई। इसके बाद दोनों को एसपी ने निलंबित कर दिया। फिर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद गुरुवार को कोर्ट में पेश कर उन्हें जेल भेज दिया गया। दारोगा छह माह बाद सेवानिवृति होने वाले थे।
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Posted By: Jagran
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