ढाई सौ जलनिकायों को खोज पाने में जिला प्रशासन विफल

सहरसा। सूबे में जल, जीवन हरियाली अभियान के तहत सभी तालाबों का जीर्णोद्धार और नए तालाबों का उत्खनन कार्य कराया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ सरकारी सहरसा जिले का सैकड़ों तालाब गायब हैं। जिसका आज तक खोज नहीं हो पाया है। वहीं जल, जीवन और हरियाली अभियान के तहत जब सरकार के निर्देशों पर तालाबों का सर्वेक्षण शुरू हुआ तो यह आश्चर्यजनक तथ्य उभरकर सामने आया है।

जिले के संचिकाओं और एरियल सर्वें के अनुसार चिह्नित तालाबों में 228 तालाबों का अता-पता ही नहीं चल पाया हैं। माना जा रहा है कि इन तालाबों का या तो लोगों ने अतिक्रमण कर कब्जा जमा लिया है या फिर जिले के अंचलाधिकारी इसे खोज पाने में विफल हैं।
आयुक्त ने किया वीडियो कांफ्रेसिंग कक्ष का निरीक्षण यह भी पढ़ें
सर्वें के अनुसार, तालाब नहीं मिल पाने से जिले के वरीय अधिकारी भी खासे परेशान हैं। जिलाधिकारी कौशल कुमार ने पंचायत प्रतिनिधियों का सहयोग लेकर इसका सत्यापन कार्य पूरा करने का निर्देश दिया है। परंतु कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण यह कार्य वहीं ठहरा रह गया। अबतक इन तालाबों को खोजा नहीं जा सका है। तालाबों की खोज के बाद ही अतिक्रमित तालाबों को अतिक्रमणमुक्त कराने और इसके जीर्णोद्धार की विभागीय कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी। इस कार्य में सहरसा जिला प्रशासन काफी पीछे चल रहा है।
----------------
1681 में मिले 1453 तालाब
--------------
जल, जीवन व हरियाली अभियान के तहत कराए गए एरियल सर्वे के अनुसार अन्य जिलों में जहां स्थलीय सर्वेक्षण में तालाबों की संख्या में बढ़ोतरी हो गई। वहीं सहरसा जिले में एरियल सर्वें में मिले 1681 तालाबों में अंचलाधिकारियों के स्थलीय सर्वेक्षण में मात्र 1453 ही मिल पाया है। कुछ अंचलों के स्थलीय सर्वे में जहां संख्या में बढ़ोतरी हुई है, वहीं अधिकांश में यह संख्या घट गई है। एरियल सर्वें और स्थलीय सर्वेक्षण में तालाबों की संख्या का मुंह मिलान नहीं होने पर जिला से लेकर अंचल स्तर के अधिकारी कई महीने से परेशान हैं। इसके अलावा मनरेगा और अन्य योजनाओं से भी बड़ी संख्या में तालाबों का निर्माण कराया गया। कुल मिलाकर 228 तालाबों की खोज अभी जारी है।
-----------
कोट
तकनीकी कारणों से एरियल सर्वें और स्थलीय सर्वें में कुछ अंतर आया है। इसकी खोज प्रारंभ की गई, परंतु कोरोना संक्रमण के कारण इस कार्य में ठहराव आया। जल्द ही इसे पूरा किया जाएगा। इसके लिए सीओ को पुन: स्मारित किया गया है।
धीरेन्द्र कुमार झा,
अपर समाहर्ता, सहरसा।
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार