पूर्व के विवाद में एक को गोली मारी, पीएमसीएच रेफर

संवाद सूत्र, राघोपुर :

जुड़ावनपुर थाना की राघोपुर पूर्वी पंचायत में पूर्व विवाद में एक व्यक्ति को गोली मार दी गयी। घटना शनिवार की सुबह लगभग 9:00 बजे की है। घायल अदालत राय राघोपुर पश्चिमी निवासी स्व. बेचन राय का पुत्र है। उसके पैर में गोली लगी है। घायल को आनन-फानन में स्वजनों ने इलाज के लिए पीएचसी राघोपुर फतेहपुर में भर्ती कराया। डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच पटना रेफर कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार राघोपुर पूर्वी निवासी जयराम राय एवं अदालत राय के बीच पूर्व से विवाद चल रहा है। इसी विवाद में अदालत राय को गोली मारी गई है। इधर कुछ ग्रामीणों का कहना है अदालत राय ने खुद को पैर में गोली मारकर फंसाने का प्रयास किया है।
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लगभग एक महीना पहले अदालत राय ने अपने समर्थकों के साथ स्वर्गीय उपेंद्र राय की पत्नी पवन देवी एवं बेटी-पतोहू को घर में घुसकर मारपीट की थी और घर में आग लगा दी थी। उक्त मामले में पवन देवी ने अदालत राय समेत कई लोगों के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। उसी बात को लेकर अदालत राय खुन्नस में हमेशा गाली गलौज करता था। अदालत राय स्वर्गीय उपेंद्र राय की पत्नी पवन देवी एवं उसके पुत्र को मुकदमा वापस नहीं लेने पर मुकदमे में फंसाने की धमकी देता था।
स्वर्गीय उपेंद्र राय की पत्नी पवन देवी एवं उसके पुत्र का कहना है कि अदालत राय ने खुद को पैर में गोली मारकर पूरे परिवार को केस में फंसाना चाहता है।
ग्रामीणों का कहना है कि दोनों पक्ष के बीच पूर्व से विवाद चल रहा है। कई बार दोनों पक्षों के बीच मारपीट की घटनाएं हो चुकी हैं।
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इस संबंध में जुड़ावनपुर थानाध्यक्ष संजीत कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है। मामला संदेहास्पद है। स्थानीय लोगों द्वारा खुद को गोली मार विरोधी को फंसाने की साजिश की बात कही जा रही है। पुलिस जांच कर रही है। अपराधियों की गोली से घायल अधेड़ की मौत से कोहराम
फोटो-- 03 संवाद सूत्र, पातेपुर :
पातेपुर थाने के नौआचक गांव में लूटकांड के दौरान अपराधियों की गोली से घायल अधेड़ की इलाज के दौरान मौत के बाद मृतक के घर पर मातमी सन्नाटा पसरा है। स्वजनों में कोहराम मचा है।
स्थानीय लोगो के अनुसार मृतक महेश पासवान दिहाड़ी मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। मृतक के चार छोटे-छोटे बच्चे हैं जिनके सिर से पिता का साया उठने के बाद आज उन्हें ये भी पता नहीं कि उनकी परवरिश कौन करेगा। सात लोगों के परिवार का अकेला बोझ उठाने वाले महेश पासवान की असामयिक मौत ने अपने स्वजनों समेत स्थानीय लोगों को भी झकझोर कर रख दिया है।
बताते चलें कि नौआचक में बीते गुरुवार को ग्रामीण बैंक के सीएसपी संचालक से बाइक सवार तीन अपराधियो द्वारा लूट में असफल होने पर भागने के दौरान की गयी फायरिग में नौआचक के ग्रामीण महेश पासवान को दो गोलियां लगी थीं। गोली लगने से गंभीर रूप से घायल मजदूर महेश पासवान को लोगों ने पीएचसी पातेपुर में भर्ती कराया था जहां से गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने सदर अस्पताल हाजीपुर रेफर कर दिया था। शुक्रवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। महेश की मौत के बाद जैसे ही उसका शव घर पहुंचा कि स्थानीय ग्रामीण आक्रोशित हो गए। लोगों के आक्रोशित होने की सूचना पर पातेपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। आक्रोशित लोगों ने पुलिस को पोस्टमार्टम के लिए शव देने से इनकार कर दिया और मृतक के स्वजनों को चार लाख रुपये मुआवजा एवं अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए। पुलिस को लोगों का कोपभाजन होना पड़ा था। काफी मशक्कत के बाद स्थानीय बुद्धिजीवियों एवं जनप्रतिनिधियों के समझाने के बाद तथा पातेपुर बीडीओ डॉ. संदीप कुमार द्वारा पारिवारिक लाभ के तहत 20 हजार रुपये एवं स्थानीय मुखिया मुस्तफा हसन के द्वारा कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन हजार रुपये दिए जाने के बाद हंगामा शांत हुआ और शव को पोस्टमार्टम के लिए पुलिस को सौंपा गया।
Posted By: Jagran
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