शिक्षण संस्थान बंद रहने से प्राइवेट शिक्षकों की बढ़ी परेशानी

मधेपुरा। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण लंबे समय से स्कूल और कॉलेज बंद हैं। ढाई माह से ज्यादा समय से बंद निजी विद्यालय, कोचिग संस्थान व होम ट्यूशन के बंद रहने से प्राइवेट शिक्षकों के पास आर्थिक संकट उत्पन्न हो गई है। प्राइवेट शिक्षक मुकेश साह, राजीव रंजन, अमरजीत गुप्ता, नील कमल, आशुतोष झा, मनीष कुमार, विनोद मेहता, जवाहर झा, शंकर ठाकुर, मुकेश सिंह, अवधेश अस्थाना, दिलीप सिंह, प्रभाष यादव, अमित कुमार, रूबी भारती, पिंकी अग्रवाल सहित अन्य ने बताया कि अनलॉक वन व टू में बाजार, मॉल, दुकान व बस सहित कई अन्य सेवाओं को सशर्त खोलने की छूट दी है। लेकिन शिक्षण संस्थान को अभी भी बंद रखने का निर्देश दिया है। सरकार इस निर्णय से प्राइवेट शिक्षकों के पास आर्थिक संकट गहराता जा रहा है। सरकार शिक्षण संस्थानों को जल्द खोलने की अनुमति दे या शिक्षकों की आर्थिक सहयोग देने की घोषण करे।

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Posted By: Jagran
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