दुर्गीपट्टी की मुखिया कोयल कुमारी अनुसचित जाति की सदस्य नहीं

मधुबनी। जिले के खुटौना प्रखंड के दुर्गीपट्टी पंचायत की मुखिया कोयल कुमारी मुसहर जाति की सदस्य नहीं है। जाति विनिश्चय समिति की सुनवाई एवं अपराध अनुसंधान विभाग की जांच में यह साबित हो गया है। मामले की सुनवाई के उपरांत जाति विनिश्चय समिति ने सर्वसम्मत से निर्णय लिया कि दुर्गीपट्टी की मुखिया कोयल कुमारी का मुसहर जाति का सदस्य होने का दावा प्रमाणित नहीं होता है। जाति विनिश्चय समिति ने अपराध अनुसंधान विभाग अंतर्गत गठित स्टेट लेवल स्क्रूटनी कमेटी के रिपोर्ट से सहमत होते हुए यह विनिश्चय किया है कि दुर्गीपट्टी की मुखिया कोयल कुमारी मुसहर (अनुसूचित जाति) जाति की सदस्य नहीं है। सामान्य प्रशासन विभाग ने इसकी सूचना आवश्यक कार्रवाई के लिए जिला पदाधिकारी को भी दे दी है। गौरतलब है कि गत पंचायत आम चुनाव में खुटौना प्रखंड की दुर्गीपट्टी पंचायत का मुखिया पद अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित था। इस पंचायत से मुखिया पद पर कोयल कुमारी को निर्वाचित घोषित किया गया था। लेकिन, कोयल कुमारी के मुखिया पद पर निर्वाचित होने के विरुद्ध खुटौना प्रखंड के लक्ष्मीपुर निवासी बद्री नारायण राम ने राज्य निर्वाचन आयोग में परिवाद दायर किया था कि कोयल देवी गलत जाति प्रमाण पत्र के आधार पर अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट से निर्वाचित हुई हैं। इस परिवाद के आलोक में राज्य निर्वाचन आयोग ने सामान्य प्रशासन विभाग से कोयल कुमारी की जाति विनिश्चय करने का अनुरोध किया था।

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अपराध अनुसंधान विभाग से कराई गई जांच :
सामान्य प्रशासन विभाग ने अपराध अनुसंधान विभाग से इस मामले की जांच कराई। अपराध अनुसंधान विभाग के पुलिस महानिरीक्षक (कमजोर वर्ग) ने जांच रिपोर्ट सामान्य प्रशासन विभाग को समर्पित कर कहा कि जांच त्रिसदस्यीय निगरानी कोषांग से कराई गई। जांच में ज्ञात हुआ कि अंचल कार्यालय, घोघरडीहा द्वारा कोयल कुमारी के नाम से निर्गत जाति प्रमाण पत्र आधारहीन एवं जाली है। कोयल कुमारी न तो अनुसूचित जाति के अंतर्गत आती हैं और न ही पिछड़ा वर्ग के अंतर्गत यादव जाति की सदस्य है। कोयल कुमारी की जाति का निर्धारण करना संभव नहीं है, क्योंकि इनके मूल जन्म स्थान और माता-पिता की जानकारी किसी भी व्यक्ति को नहीं है। राम दयाल यादव ने कोयल कुमारी को कहीं बाहर से लाया है। कोयल कुमारी के पति राम दयाल यादव सुविधानुसार दो स्थानों से क्रमश: यादव एवं अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र खुटौना एवं घोघरडीहा अंचल से बनाया है। एसडीओ, फुलपरास के पास जन वितरण प्रणाली की अनुज्ञप्ति के लिए जाली विद्यालय स्थानांतरण प्रमाण पत्र संलग्न किया गया है।
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घोघरडीहा अंचल में नहीं मिला जाति प्रमाण पत्र का साक्ष्य :
एसडीओ, फुलपरास एवं सीओ, घोघरडीहा ने रिपोर्ट किया था कि कोयल कुमारी से निर्गत जाति प्रमाण पत्र से संबंधित कोई अभिलेख घोघरडीहा अंचल में नहीं है। हालांकि, अंचल कार्यालय, खुटौना से कोयल देवी, पति-राम दयाल यादव, साकिन झांझपट्टी डोमन, थाना-खुटौना, अनुमंडल-फुलपरास के पक्ष में निर्गत यादव जाति का जाति प्रमाण पत्र सही पाया गया। कोयल देवी का विद्यालय स्थानांतरण प्रमाण पत्र जिसमें विद्यालय छोड़ने की तिथि 31 दिसंबर 2006 अंकित है, सार्वजनिक उच्च विद्यालय, झांझपट्टी डोमन, खुटौना से निर्गत नहीं है। घोघरडीहा थाना क्षेत्र के बसुआरी निवासी मदन सदाय की पत्नी एवं कोयल देवी की तथाकथित माता उर्मिला देवी ने भी कहा कि कोयल कुमारी उनकी बेटी नहीं है। इस प्रकार जांच एवं सुनवाई में यह बात स्पष्ट हो गया है कि कोयल कुमारी मुसहर जाति की सदस्य नहीं है।
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Posted By: Jagran
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